छत्तीसगढ़: दो डिप्टी सीएम के साथ आदिवासी सीएम का फार्मूला अपना सकती है भाजपा…

दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ समेत तीन राज्यों में मुख्यमंत्री को लेकर बैठकों का दौर लगातार जारी है। सूत्रों के मुताबिक छत्तीसगढ़ के सीएम का नाम लगभग तय हो गया है। हालांकि अभी तक इसका खुलासा नहीं किया गया है। वहीं, लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में दो डिप्टी सीएम का फार्मूला अपना सकती है। इन दो नामों में सबसे आगे प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव व ओपी चौधरी का नाम है।

सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक शनिवार को हो सकती है। इससे पहले आज पर्यवेक्षक भेज जा रहे है जो शीघ्र ही अपनी रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को पेश करेंगे । हालांकि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह के अनुसार एक-दो दिन में पर्यवेक्षक आएंगे। बैठक से पहले पर्यवेक्षक विधायकों से वन-टू-वन भी कर सकते हैं। इसके बाद सर्वसम्मति से मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी। ये सब जद्दोजहद में सीएम की घोषणा में दो दिन और लग सकते है।

ध्यान रहे कि सीएम को लेकर मंगलवार को पहली बार सीएम बनाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने पीएम हाउस में देर रात चार घंटे से ज्यादा समय तक मंथन किया था। इस दौरान लंबा समय राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेकर चर्चा की गई। छत्तीसगढ़ को लेकर आम सहमति पहले ही बनने की बात सामने आ रही है। जिसने आदिवासी वर्ग के सीएम के लिए विष्णुदेव साय व रामविचार नेताम और रेणुका सिंह का नाम प्रमुखता से आया है।

आदिवासी चेहरे पर लग सकती है दांव

छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अब लगभग यह तय हो गया है कि राज्य का मुख्यमंत्री आदिवासी वर्ग से ही होगा। माना यह भी जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी अनुभवी हाथों में नेतृत्व देना चाहती है। आदिसवासी यानी एसटी समुदाय से फिलहाल विष्णुदेव साय,रामविचार नेताम,रेणुका सिंह में किसी एक के नाम फाइनल होने की भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वहीं यदि ओबीसी से ही तय किया गया तब प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का नाम सबसे आगे है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *