पुलिस के रोके जाने पर भड़का गोंडवाना समाज सतरंगी झंडे के अपमान करने वाले की गिरफ्तारी की कर रहे थे मांग
कवर्धा। गोंडवाना समाज के सतरंगी झंडे के कथित अपमान को लेकर आयोजित गोंडवाना समाज की बैठक में पुलिस द्वारा रोके जाने पर समाज के लोग उग्र हो गए।शु क्रवार को हजारों की संख्या में गोंडवाना समाज के लोगों ने ग्राम राजा नवागांव में बैठक आयोजित की गई थी। जिसमें समाज के लोग सतरंगी झंडे का अपमान करने वाले आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस दौरान लोगों ने जमकर बवाल मचाया। पुलिस द्वारा रोके जाने के दौरान लोग भड़क उठे और फिर लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी भी हुई, जिससे महिला ASP समेत कई पुलिस अधिकारी और कर्मचारी घायल हो गए।
गोंडवाना समाज का आरोप है कि 14 फरवरी को दुर्गे भगत के द्वारा ग्राम हॉर्मो में गोंडवाना समाज का झंडा का अपमान किया गया था। इस मुद्दे को लेकर समाज के जिला अध्यक्ष जे लिंगो की अगुवाई में दुर्गे भगत की गिरफ्तारी को लेकर बैठक बुलाई गई थी। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई।
इधर कलेक्टर जन्मेजय महोबे, एसपी डॉ लाल उमेद सिंह आंदोलनकारियों को समझाने की कोशिश कर रहे तभी पुलिस और ग्रामीणों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। साथ ही उपद्रवियों ने पत्थरबाजी भी की।
इस घटना में कई पुलिसकर्मियों को गंभीर चोट आयी। बताया जा रहा है कि एसपी की उंगली टूट गई, महिला ASP मनीषा रावटे के हाथ में चोट आयी, एक टी आई का सर फूट गया और कई अन्य कर्मी घायल हो गए। संबंधित इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।