रायपुर। कलेक्ट्रेट गार्डन में संगठन की आवश्यक बैठक प्रांताध्यक्ष अनिल कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिसमें उपस्थित सदस्यों ने शिक्षकों के बीच व्याप्त समस्याओं को लेकर गंभीरता से विचार मंथन किया । शिक्षकों के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहकर कार्य करने का निर्णय लिया गया। साथ ही संगठन की मांगों का विस्तार करते हुए मूलभूत मांग सामान्य प्रशासन विभाग के नियमानुसार प्रथम नियुक्ति तिथि/वर्ष से स्थानांतरित शिक्षकों की वरिष्ठता गणना के साथ क्रमोन्नत वेतनमान की मांग को सम्मिलित किया गया। बैठक के पश्चात् माननीय वित्त मंत्री जी के नाम ज्ञापन उनके सरकारी निवास पर दिया गया। प्रतिनिधिमंडल के द्वारा स्थानांतरण से वरिष्ठता प्रभावित शिक्षकों की वरिष्ठता प्राप्त करने तथा क्रमोन्नति की मांग को लेकर शाम को मुख्यमंत्री से मुलाकात किया गया। सरकार का मूल स्लोगन
“हमने बनाया है
हम ही संवारेंगे।”
आपने संविलियन किया है
आपही वरिष्ठता देंगे ।
शब्दों के साथ 27000 से अधिक स्थानांतरित सहायक शिक्षक, शिक्षक व व्याख्याता के समस्या से अवगत कराते हुए समस्त स्थानांतरित शिक्षकों को न्याय दिलाने की मांग की है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से चर्चा के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन पूर्व/पश्चात स्थानांतरित व्याख्याता, शिक्षक व सहायक शिक्षकों की वरिष्ठता निर्धारण हेतु संविलियन निर्देश 7 के कंडिका 6 व संविलियन निर्देश क्रमांक 11 के कंडिका 2 व 6 तथा नियोक्ता के प्रमाण पत्र में उल्लेखित तथ्यों के आधार पर सामान्य प्रशासन विभाग के नियम 1961 के नियम 12 एवं संशोधित नियम 1998 के नियम 12(2)(ख) में प्रतिस्थापित शर्तो के अनुसार प्रथम नियुक्ति तिथि/वर्ष से किए जाने का आग्रह किया। माननीय मुख्यमंत्री जी को बताया गया कि सर्वप्रथम पंचायत में शिक्षकों की नियुक्ति अविभाजित म.प्र. में की गई। मध्यप्रदेश में कार्यरत शिक्षकों को प्रथम नियुक्ति तिथि के आधार पर वरिष्ठता व क्रमोन्नति दी जा रही है, उसी तरह छत्तीसगढ़ में भी समस्त शिक्षकों को नियुक्ति तिथि से लाभ प्रदान की जाये। प्रतिनिधिमंडल ने यह भी अवगत कराया कि नियम के पालन न होने से स्कूल शिक्षा विभाग में एक नई विसंगति आ गई है। जो पूरी तरह से वित्तीय भार मुक्त है, जिसे शासन चाहे तो आसानी दूर कर सकती है।
पूरे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की लहर चल रही है तथा छत्तीसगढ़ की महिला शिक्षिकाएं स्थानांतरण करा लेने के कारण अपनी वरिष्ठता खो बैठे हैं क्योंकि ये विवाह से पूर्व सेवा में आई तथा विवाह उपरांत अपने दांपत्य जीवन के निर्वहन हेतु इन्हें मजबूरीवश स्थानांतरण कराना पड़ा है जिसके निराकरण के लिए माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी से विशेष निवेदन किया है।
माननीय मुख्यमंत्री जी से यह भी आग्रह किया गया कि जिस प्रकार से मध्यप्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग में ऐसे व्याख्याता, शिक्षक एवं सहायक शिक्षक जो पदोन्नति से वंचित हैं उन्हे प्रथम नियुक्ति तिथि से क्रमशः प्रथम व द्वितीय क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जा रहा है। उसी प्रकार छत्तीसगढ़ में भी समस्त पदोन्नति से वंचित शिक्षकों को क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जाये। माननीय मुख्यमंत्री महोदय जी के द्वारा संगठन की ओर से सारी बातों को गंभीरता से सुनते हुए प्रतिक्रियाएं दी गई जो सकारात्मक रहीं। आज के डेलिगेशन टीम में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष अनिल कुमार टोप्पो, अमिताभ शर्मा, कृष्ण कुमार साहू, ईश्वर प्रसाद बिषी, कमलकांत साहू, अशोक नायक, मनोज यादव, नीरज उपाध्याय श्रीमती नंदा सोनटेके, प्रमोद झा,आदि शिक्षक उपस्थित रहे।