CMO साहब…मेहरबानी करके नालियां साफ करवा दीजिए, मंडी प्रबंधन ने लगाई गुहार पालिका से

भाटापारा। नालियों के किनारे ही फेंका जा रहा है कचरा। इससे पहले से ही जाम, इन नालियों का दम निकल जा रहा है। जी हां, बात हो रही है उस नाली की, जिसका फैलाव मंडी प्रांगण के चारों ओर है। मुसीबत इसलिए बढ़ चुकी है क्योंकि नालियों का पानी सीधे प्रांगण में प्रवेश कर रहा है।

बस बहुत हुआ। अब और नहीं। जैसी स्थिति में आ चुकी मंडी प्रांगण की दीवार से लगी वह नालियां मानो बोलती नजर आतीं हैं जिसके बहाव की दिशा जगह-जगह बाधित की जा चुकी है। फलतः इसे मौका मिल रहा है उस हिस्से में प्रवेश का, जहां रखी कृषि उपज पहले से ही सुरक्षा मांग रही है। अपने परिसर के भीतर नालियों की संरचना में खामी देखने के बाद, प्रबंधन ने यह पाया है कि बाहर की नालियां भी कम नहीं हैं मुसीबत बढ़ाने में। इसलिए पालिका प्रशासन से यह गुहार लगाई जा रही है कि नालियां साफ करवा दीजिए, मेहरबानी होगी।

मनाही फिर भी मनमानी

नालियां आखिर जाम क्यों हैं ? जानने निकले अधिकारियों को यह पता चला कि घरों और दुकानों से निकला कचरा दीवार से लगकर बहने वाली नालियों के किनारे ही फेंका जा रहा है। यह कचरा, बारिश के पानी के साथ नालियों में समा रहा है। इससे गंदे पानी का बहाव, दिशा बदलकर प्रांगण के भीतर प्रवेश कर रहा है। बता दें कि अपशिष्ट प्रबंधन के लिए डस्टबिन भी रखे गए हैं , इसके बाद भी नालियों में ही कचरे डाले जा रहे हैं।

हमेशा की है परेशानी

डस्टबिन होते हुए भी कचरा सड़क पर ही फेंकने की प्रवृत्ति ने एक साथ, मंडी और पालिका प्रशासन को परेशान कर रखा है। नालियां जाम होने के कारणों के पीछे ऐसी प्रवृत्ति का होना भी बड़ी वजह है। मंडी प्रशासन इसलिए परेशान है क्योंकि बरसते बादल के बाद नालियों का पानी सीधे प्रांगण में प्रवेश करता है। जिससे कृषि उपज को नुकसान पहुंचता है।

यह गाड़ी किसकी

कोई दो बरस से प्रांगण की दीवार से कुछ हटकर खड़ी कर दी गई एक छोटी ट्रक भी दो मिलती-जुलती समस्या की वजह बन रही है। अब इसी की ओट में कचरा फेंका जाता है। ‘ सुलभ’ कुछ कदम की दूरी पर है लेकिन इस की ओट में यह काम मुफीद जान पड़ता है। एक बड़े हिस्से में काबिज यह छोटी ट्रक, क्या नजर आ रही है मंडी प्रशासन को ?

“मंडी प्रांगण के चारों ओर की नालियां जाम हो चुकीं हैं। इसकी निरंतर सफाई के लिए नगर पालिका प्रशासन को पत्र लिखा जा रहा है”।

  • एस. के. चौरे, सचिव, कृषि उपज मंडी ,भाटापारा

“प्राथमिकता के आधार पर मंडी प्रांगण से लगी नालियों की सफाई का काम बहुत जल्द शुरू करवाया जाएगा”।

सुशील चौधरी, सी एम ओ, नगरपालिका परिषद, भाटापारा

स्वच्छता हमारी प्राथमिकता की सूची में पहले नंबर पर है। इसके लिए विभाग प्रभारी को निर्देशित किया जाएगा।

त्रिलोक सलूजा, उपाध्यक्ष, नगर पालिका परिषद, भाटापारा

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