प्रमुख बिंदु-
• यह स्कूल देश में अपनी तरह का पहला स्कूल है, जहाँ किसानों को खेती के संबंध में नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
• इस स्कूल में किसानों को कृषि क्षेत्र में 18 अलग-अलग विषयों में जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह की जानकारी मिलेगी।
•इस स्कूल में किसानों को कृषि क्षेत्र में खरीफ फसल, रबी फसल के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी, मुर्गीपालन, मछली पालन, लाख उत्पादन, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, सब्जी खेती प्रबंधन, कोसा कीट पालन व अन्य विषयों की जानकारी दी जाएगी।
किसान महोत्सव में उत्कृष्ट कृषकों का सम्मान
जांजगीर-चांपा। जिले में है देश का पहला किसान स्कूल
जांजगीर-चांपा, जांजगीर-चांपा जिले के बहेराडीह गांव में स्थित देश के पहले ‘किसान स्कूल’ का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार दिवंगत कुंजबिहारी साहू के नाम पर किया गया। इस दौरान गौठान परिसर में राष्ट्रीय किसान दिवस के मौके पर 2 दिवसीय किसान महोत्सव का शुभारंभ छत्तीसगढ़ गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास ने किया। यहां अतिथियों ने किसान स्कूल का भ्रमण किया और स्कूल में किसानों को दी जाने वाली विभिन्न जानकारी से अवगत हुए।
इस दौरान किसान स्कूल का स्थापना दिवस भी मनाया गया। किसान स्कूल पहुंचने पर महिलाओं ने तिलक लगाकर अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर छत्तीसगढ़ शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल, जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा, छग श्रम कल्याण मंडल के सदस्य हरप्रसाद साहू, जिला साहू समाज के जिलाध्यक्ष बालेश्वर साहू, कांग्रेस नेता राइस किंग, बलौदा जनपद के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया राठौर, जांजगीर मंडी के अध्यक्ष ब्यास कश्यप समेत अन्य अतिथि मौजूद थे। यहां कृषि के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वाले 10 किसानों को स्मृति चिन्ह, शॉल, सम्मान पत्र भेंटकर बहेराडीह के किसान मुरितराम यादव, पचेड़ा के किसान हीरानन्द कश्यप, नवापारा कनई के किसान रामकुमार कश्यप, कोसमन्दा की महिला किसान सतरूपा यादव, जाटा की हेमकुमारी यादव, बहेराडीह की मेघा यादव, दर्राभाठा के किसान प्राणनाथ देवांगन, सिवनी के किसान भरतलाल साहू, मेंहदा के किसान संदीप तिवारी, जांजगीर-महन्त के किसान दुष्यंत सिंह का सम्मान किया गया। साथ ही, बहेराडीह गांव को गोद लेने वाली बलौदा जपं की उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव और बिहान की एफएलसीआरपी रेवती यादव को स्मृति चिन्ह, शॉल और सम्मान पत्र भेंटकर ‘नारी शक्ति सम्मान 2022’ से सम्मानित किया गया। यहां कई विभाग जैसे उद्यान विभाग, पशुधन विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, केंद्रीय रेशम बोर्ड और बहेराडीह के बिहान की महिलाओं के द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं।
इस मौके पर मुख्य अतिथि छग गौसेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महन्त रामसुंदर दास ने कहा कि बहेराडीह की पहचान देशभर में बन गई है और अब इस गांव को मिसाल के तौर पर पेश किया जाता है। बहेराडीह में कृषि संबंधी उन्मुखी कार्यों और महिला समूह के विशेष कार्यों को देशभर में सराहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्यक्ष तौर पर जैविक ग्राम बहेराडीह की खासियत को देखा, तो मन में आत्मीय खुशी हुई कि कृषि के क्षेत्र में विशेष कार्यों में बहेराडीह के किसान और नारी सशक्तिकरण की दिशा में महिलाएं बेहतर काम कर रही हैं। देश के पहले किसान स्कूल का नामकरण वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू के नाम पर करने को लेकर किसानों की टीम को धन्यवाद देते हुए राजेश्री ने कहा कि यह बड़ी पहल है। इस कोशिश से वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू की पत्रकारिता के सद्कार्यों को पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू और उनके छोटे भाई पत्रकार राजकुमार साहू के परिजनों से शुरू से ही जुड़ाव रहा है, इसलिए आज इस खास पल में शामिल होकर बहुत खुशी हो रही है। छग शाकम्भरी बोर्ड के अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने कहा कि दिवंगत वरिष्ठ पत्रकार को यही सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है कि उनके नाम पर देश के पहले किसान स्कूल का नामकरण किया गया है।
इस आयोजन में आकर बड़ी खुशी हुई है, क्योंकि बहेराडीह गांव के बारे में काफी कुछ अच्छा सुना था, आज प्रत्यक्ष देख भी लिया। उन्होंने कहा कि दो भाई में कितना प्रेम है, वह वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू और उनके छोटे भाई पत्रकार राजकुमार साहू के बीच देखा है। आज कुंजबिहारी साहू हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन जिस तरह से किसान स्कूल का नामकरण उनके नाम पर हुआ है, उससे उनकी आत्मा को सद्गति मिलेगी। नामकरण करने को लेकर उन्होंने किसानों की टीम को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि यह बड़ी मिसाल है, जिसके बाद कुंजबिहारी साहू हमेशा यादों में रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन बलौदा जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव और आभार प्रदर्शन किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों को भी स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल भी भेंट किया गया।
इस मौके पर कमलेश सिंह, राजकपूर साहू, सुशांत सिंह, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य रमेश चन्द्रा, सुरेश देवांगन, मोती पटेल, जनपद सदस्य संजय रत्नाकर, देवकुमार यादव, राघवेंद्र नामदेव, वरिष्ठ पत्रकार स्व. कुंजबिहारी साहू के पिता बिसम्भर प्रसाद साहू, रमेश चौहान, घनश्याम राठौर, डीएल साहू, शिव सिंह पैकरा, शिवकुमार तिवारी, रामाधार देवांगन, निर्मलदास वैष्णव, जितेंद्र यादव, राजशेखर सिंह, निखिल राठौर, पत्रकार राजकुमार साहू, प्रकाश साहू, हिमांशु साहू, राजीव लोचन साहू, विकास साहू, रामकुमार मनहर, साधराम मनहर, बुड़गहन गांव की सरपंच अजय शशि जगत, नवल किशोर सिंह, कोसमन्दा से कृष्णा वैष्णव, मोरध्वज वैष्णव, बहेराडीह की उपसरपंच चंद्रकला कश्यप, रेवती यादव, साधना यादव, ललिता यादव, सुमित्रा यादव, पुष्पा यादव, अहिल्या यादव, लक्ष्मीन यादव, हेमकुमारी यादव, मेघा यादव, राजकुमारी यादव, कौशिल्या यादव, दीना चौहान, सतरूपा यादव, सविता चौहान, रामकली, कृतिका यादव, रामकुमारी यादव, अनिता यादव, हेमपुष्पा, कौशिल्या यादव समेत बड़ी संख्या में किसान और महिलाएं उपस्थित थी।