कांग्रेस नेता और देश के पहले भारतीय गवर्नर-जनरल सी राजगोपालाचारी के प्रपौत्र सी आर केसवन ने गुरुवार सुबह (23 फरवरी) को पार्टी से इस्तीफे की घोषणा की।उन्होंने कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधित अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर साझा किया.इसमें उन्होंने पार्टी छोड़ने की वजहें गिनाईं हैं।





केसवन ने लिखा, ‘मुझे यह कहते हुए वास्तव में दुख हो रहा है कि पिछले कुछ समय से मैंने उन मूल्यों का कोई अवशेष नहीं देखा है, जिन्होंने मुझे पार्टी के लिए समर्पण के साथ दो दशकों से अधिक समय तक काम करने के लिए प्रेरित किया.यही कारण है कि मैंने हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर एक संगठनात्मक जिम्मेदारी से इनकार कर दिया था और भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने से भी परहेज किया था।’
सबसे पुरानी पार्टी को अलविदा कहते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए एक नया रास्ता तय करने का समय है और इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मेरे किसी अन्य पार्टी में जाने की अटकलें लगाई जाएंगी लेकिन सीधे तौर पर बता दूं, मैंने किसी से बात नहीं की है और ईमानदारी से कहूं तो नहीं जानता कि आगे क्या होगा।’
केसवन ने पत्र में लिखा था, सरकार और संगठन में वर्षों से मुझे सौंपी गई सभी जिम्मेदारियों के लिए मैं पार्टी और श्रीमती सोनिया गांधी जी को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं।’
‘सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगना निराशाजनक’
केसवन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘ कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगा, यह निराशाजनक है। मैंने महसूस किया कि मेरा राजनीति करने का तरीका पार्टी के अनुरूप नहीं है, इसलिए मैं ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भी शामिल नहीं हुआ. मुझे लगा कि अब मैं यहां का नहीं रहा।’