• 9 जिला पंचायतों के लिए नाम की अधिकृत घोषणा के बाद 3 जिला पंचायत क्षेत्र सेतगंगा,लौदा व पंडरभठ्ठा को रखा गया था मुक्त
• बिना अनुमोदन कुछ भी नामों का फैला रहे रायता
धरमपुरा जिला पंचायत क्षेत्र में अधिकृत नाम का नामांकन ही नही
मुंगेली। आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने मुंगेली जिला कांगेस अध्यक्ष की घनश्याम वर्मा की पैराशूट नियुक्ति के बाद संगठन दिन प्रतिदिन विवादों में घिरता नजर आ रहा है।जिसके कारण इस बार मुंगेली जिला पंचायत के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष की कुर्सी से साइड लगने का काम कोई और नही स्वयं जिला कांग्रेस अध्यक्ष के चलते होने की चर्चा है।
जिला अध्यक्ष घनश्याम वर्मा द्वारा अपनी नियुक्ति के बाद संगठन और जिले के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओ से बिना समन्वय बिना मकसद का काम कर रहे हैं। बावजूद उसके अभी चुनाव के व्यस्तता में विरोध, शिकायत नही हो पा रहा है।
बता दे पार्टी की बैठक में मुंगेली जिला पंचायत के कुल 12 निर्वाचन क्षेत्रों में 9 के नाम सर्वसम्मति से तय कर अधिकृत किया गया था शेष तीन क्षेत्र जिसमे लौदा, पंडरभठ्ठा व सेतगंगा को मुक्त रखने का निर्णय हुआ बावजूद 05 तारीख को अचानक जिला कांगेस कमेटी के अध्यक्ष घनश्याम वर्मा ने दो जिला पंचायत क्षेत्र के लिए सदस्यों के नाम का प्रस्ताव पत्र वायरल करने लगे। सर्वसम्मति से निर्णय के बाद नया प्रस्ताव या कोई नाम वायरल करना या भ्रम फैलाने से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष द्वारा अपने ही कार्यकर्ताओं या क्षेत्र के लोगों के मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं जिससे उनकी जमकर किरकिरी हो रही है।
बता दें जिला अध्यक्ष ने अभी तक कोई बैठक अथवा पदाधिकारी, कार्यकर्ता की रायशुमारी के बिना ही निर्णय लिए है जिसके कारण जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष पद के लिए बाहर ही रहना पड़ सकता है। दबी जुबान यह भी चर्चा है कि यह सब एक सोंची समझी रणनीति के तहत भी किया जा रहा है।
कांग्रेस के आला नेता बेखबर
मुंगेली जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा लगातार असमन्वय से किए जा रहे काम के दुष्परिणाम ही हाल ही में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मुंगेली नगर पालिका रोड शो में भीड़ नही जुटा सके। संगठन की ऐसी गतिविधियों से पंचायती राज चुनाव में निष्ठावान कांग्रेसी स्वयं अपने दम पर चुनाव मैदान में है मगर संगठन के जिम्मेदार लोगों के ऐसे गैर जिम्मेदार काम करने से पार्टी की जमकर फजीहत हो रही है।