नदियों और उनके घाटों से सैकड़ों ट्रैक्टरों तथा अन्य वाहनों से बालू की अवैध ढुलाई लगातार हो रही है
पटना। यह बांका जिला ही है जहां बालू माफियाओं को मानो सोने की खान हाथ लग गई है। इस जिले में बालू के कारोबार से जुड़े माफिया तत्व इसके जरिए अकूत कमाई के लालच में कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं। बांका जिले में बालू कारोबार को लेकर अक्सर खून खराबे की बातें सामने आती रहती हैं। उधर इस मामले में सरकार की फजीहत होने के बाद बालू के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाए जाने की घोषणा तो की गई, लेकिन इसके समग्र क्रियान्वयन को लेकर अब भी संशय की स्थिति कायम है। क्योंकि ऐसे कानून का बालू माफियाओं पर फिलहाल कोई असर होता नहीं दिख रहा।
इधर बांका जिले में बालू का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है। इस जिले की विभिन्न नदियों और उनके घाटों से सैकड़ों ट्रैक्टरों तथा अन्य वाहनों से बालू की अवैध ढुलाई लगातार की जा रही है। बालू के इस अवैध कारोबार के सिलसिले में कई बार स्थानीय पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध रही है। हालांकि जिला पुलिस प्रशासन ने अब इस व्यापार को और बर्दाश्त नहीं करने का संकेत देते हुए सभी थानों को स्पष्ट चेतावनी जारी कर दी है। कई थानों में हाल के दिनों में किए गए बड़े प्रशासनिक फेरबदल को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है।
इस संबंध में शनिवार को भी यहां जिला पुलिस प्रशासन की हुई बैठक में थानेदारों को पूरी निष्ठा से बालू के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए सभी संभव कारगर कदम उठाने का निर्देश देते हुए एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने चेतावनी दी है कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बांका जिले में बालू के कारोबार से जुड़े मामलों में पुलिस की शिथिलता का अंदाजा इस बात से भी लग सकता है कि यहां अब भी इस कारोबार से जुड़े 1990 मामले जिले के विभिन्न थानों में पेंडिंग हैं। एसपी ने इन लंबित मामलों के भी शीघ्र निष्पादन का आदेश थानाध्यक्षों को दिया है।
इस बीच बालू के अवैध कारोबार से अकूत संपदा अर्जित करने वाले बांका जिले के माफिया ईडी यानी एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट के बहु रडार पर हैं। ईडी ने बांका जिले में ऐसे 20 बालू माफियाओं को चिन्हित किया है, जिन्होंने इस कारोबार से अकूत धन संपदा कमायी है। ईडी ऐसे बालू माफियाओं की कुंडली खंगाल रही है। उनके बैंक अकाउंट सहित तमाम चल एवं अचल संपत्ति से संबंधित जानकारियां एकत्रित की जा रही हैं।