जनप्रतिनिधि की छवि को नुकसान पहुंचाने का किया जा रहा प्रयास

जिला शिक्षा विभाग से जुड़ा है मामला

मुंगेली। एक अखबार में विगत दिनों शिक्षा विभाग से जुड़े एक मामले के बारे में खबर छापा गया। जिसमें उपाध्यक्ष जिला पंचायत संजीत बनर्जी के ऊपर रूपयों की वसूली कर गलत तरीके से पदोन्नति हेतु अनुशंसा करने का आरोप लगाया गया था। दरअसल पूरा मामला यह है कि सहायक शिक्षक एल. बी. से प्रधान पाठक के पद पर पदोन्नति पदस्थापना जिला वरिष्ठता/संविलियन वरिष्ठता के आधार पर किया गया था। जिसमें शामिल कुछ सहायक शिक्षकों का पदोन्नति पदस्थापना आदेश विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया। जबकि नियमानुसार पंचायत विभाग द्वारा जारी वरिष्ठता सूची के आधार पर ही पदोन्नति सूची जारी किया जाना था। इस संबंध में पदोन्नति सूची से वंचित 13 शिक्षकों ने विभाग और उच्च अधिकारियों के पास मामले पर उचित कार्यवाही करने की गुहार लगाया। लेकिन जब मामले का निराकरण नहीं हुआ तो उन्होंने जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष जिला पंचायत मुंगेली संजित बनर्जी को मामले से अवगत कराया। जिस पर शिक्षक कर्मचारियों के हित में बनर्जी जी ने कलेक्टर मुंगेली को 8 दिसंबर 2022 को पत्र के माध्यम से उचित कार्रवाई करने का निवेदन किया। इस पूरे मामले को लेकर एक अखबार में पदोन्नति के नाम पर शिक्षक कर्मचारियों से रूपयों की वसूली का आरोप एवं पदोन्नति नहीं होने पर रुपए वापस करने का दबाव शिक्षक कर्मचारियों द्वारा बनाया जा रहा है यह आरोप गंभीरता से लगाया गया है।
इस पूरे मामले पर उपाध्यक्ष जिला पंचायत संजीत बनर्जी ने कहा कि शिक्षक कर्मचारियों द्वारा पदोन्नति के संबंध में कुछ जानकारी सामने आई थी जिस पर शिक्षक कर्मचारियों के हित को देखते हुए हमने जिला कलेक्टर मुंगेली को पत्र लिखकर मामले पर उचित कार्यवाही करने का निवेदन किया था। इस मामले में रूपयों की वसूली जैसा आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है। जिसका खंडन करते हुए शिक्षक कर्मचारियों के द्वारा अखबार एवं संबंधित कर्मचारियों के विरुद्ध शिकायत भी कलेक्टर कार्यालय को आवेदन द्वारा दिया गया है। श्री बनर्जी ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग के विरुद्ध कुछ मामलों को लेकर मैंने पूर्व में उच्च अधिकारियों के पास शिकायत किया हुआ था और उस शिकायत के संबंध में जांच करने के लिए रायपुर से टीम भी आई थी और जांच अभी लंबित है। दरअसल इस पूरे मामले से ध्यान भटकाने के लिए सुनियोजित रूप से मुझ पर आरोप लगाया जा रहा है। इस संबंध में अखबार द्वारा खबर लगाने से पूर्व मेरे से वक्तव्य भी नहीं लिया गया था। 13 शिक्षक कर्मचारियों ने बताया कि हमसे किसी प्रकार से रूपयों की वसूली नहीं किया गया है। उपाध्यक्ष जिला पंचायत को हमने अपने मामले से अवगत कराकर उचित निराकरण करने का निवेदन किया था। जिस पर उन्होंने हमारे हितों को ध्यान में रखते हुए पत्र उच्च अधिकारी को प्रेषित किया था। इस संबंध में अखबार द्वारा खबर छापने से पूर्व भी हम शिक्षक साथियों से किसी प्रकार का वक्तव्य नहीं लिया गया है। शिक्षक कर्मचारियों ने कलेक्टर जिला मुंगेली को पत्र लिखकर इस संबंध में विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ भी आरोप लगाया है। इस तरह से यह पूरा मामला एक जनप्रतिनिधि की छवि को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया जाना साबित हो रहा है। बिना जानकारी और संबंधित व्यक्ति से वक्तव्य लिए बिना अखबार द्वारा इस तरह का आरोप लगाना जनप्रतिनिधि और शिक्षकों के मान सम्मान को गिराने का प्रयास है।

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