गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही. मरवाही कांग्रेस में जमकर फुट देखने को मिल रही है. गुलाबी ठंड में सियासी पारा गरमा चुका है. कांग्रेस के वर्तमान विधायक के.के. ध्रुव को टिकट मिलने से स्थानीय आदिवासी नेता नाराज चल रहे हैं. करीब 2 दर्जन से ज्यादा आदिवासी नेता लामबंद होकर सीटिंग विधायक का जमकर विरोध कर रहे हैं. वहीं उन्हें हटाने की मांग की जा रही है. साथ ही जिलाध्यक्ष उत्तम वासुदेव ने मरवाही प्रत्याशी बदलने के लिए ज्ञापन भी सौंपा है.
दरअसल, आदिवासी नेताओं ने के.के. ध्रुव पर बाहरी होने का आरोप लगाया है. इसके पहले भी इस संबंध में सभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत से भी शिकायत कर चुके हैं. अब मांग नहीं पूरी होने पर आदिवासी समाज से निर्दलीय प्रत्याशी उतारने की घोषणा आदिवासी नेता कर चुके हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि 2018 के विधानसभा चुनाव में मरवाही कांग्रेस से अजीत जोगी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके गुलाब राज आदिवासी समाज से प्रत्याशी हो सकते हैं.
डॉक्टर से नेता बने ध्रुव का विरोध
बता दें कि मरवाही विधानसभा रिजर्व सीट है. 2020 में अजीत जोगी के निधन के बाद खाली हुई इस सीट में उपचुनाव में के.के. ध्रुव को रिकॉर्ड मतों से जीत मिली थी. उसके बाद से स्थानीय आदिवासी समाज समय-समय पर विधायक के.के. ध्रुव के बाहरी होने का आरोप, सबको साथ न लेकर चलने का आरोप लगाते रहे हैं. लेकिन उपचुनाव की परिस्थिति से वर्तमान चुनाव अलग है. पेशे से डॉक्टर के.के. ध्रुव 20 सालों से मरवाही में BMO के रूप में सेवा दे चुके हैं. डॉक्टर से नेता बने ध्रुव सरल, सहज और सौम्य स्वभाव के हैं. राजनैतिक परिपक्वता नहीं होने के बाद भी उन्होनें पिछले तीन सालों में सत्ता संगठन और कांग्रेस के आला नेताओं से अच्छा सामंजस्य स्थापित कर लिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि ठीक चुनाव के पहले दबाव की इस राजनीति में कही कांग्रेस को कोई बड़ा नुकसान न उठाना पड़े. शुक्रवार को दिए गए ज्ञापन में आदिवासी कांग्रेसी नेताओं में मुख्य रूप से मरवाही विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस समन्वयक मुद्रिका सिंह, आदिवासी नेता गुलाब सिंह राज, सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष दया सिंह वाकरे, जनपद अध्यक्ष मरवाही प्रताप सिंह मरावी, आदिवासी नेता प्रमोद सिंह परस्ते, चैन सिंह सरपंच दानीकुंडी मरवाही, सरपंच संघ के अध्यक्ष गजरूप सिंह सलाम, ग्राम पंचायत करगी के सरपंच विशाल सिंह, उरेती तूफान सिंह, शंकर कंवर सहित अनेक आदिवासी कांग्रेसी नेता रैली में शामिल हुए. ये तमाम नेता पिछले कुछ दिनों से लगातार सार्वजनिक मंच से मरवाही विधायक के खिलाफ विरोध दर्ज कराते रहे हैं.