सरकारी छुट्टियों से आम जनता परेशान

रायपुर। राज्य सरकार के सरकारी दफ्तरों में हर शनिवार के अवकाश के चलते आम जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं,और इस्से लोगों के कार्यालयिन कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं,और यदि किसी सप्ताह बृहस्पतिवार या या फिर मंगलवार को कोई त्योहार पड़ जाए तो एक दिन का अवकाश ले कर सीधे चार दिनों के लिए ऑफिस से अनुपस्थित हो जाते है और कार्य प्रणाली की वजह से फाइल आगे नहीं बढ़ पाती है ।सरकारी कामकाज पूरी तरह से ठप्प हो जाते हैं और आम जनता के अतिआवश्यक कार्य को कराने के लिए सिवाय इंतजार के कुछ नही रहता। यही नहीं अफ़सर पहले तो सरकारी कार्य से दिल्ली या अन्य जगह चले जाते हैं और फिर छुट्टी लेकर अनुपस्थित हो जाते हैं। कुल मिलाकर फ़ाइलें महीनों मंत्रालय एवं अन्य दफ़्तरों में घूमती रहती हैं।

राज्य शासन द्वारा सप्ताह में 5 दिनों तक नियमित रूप से कार्य करने का आदेश सरकारी कर्मचारियों के लिए जारी किया गया हैं जिस्से सरकारी कर्मचारी की कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सके और वो एक नई ऊर्जा के साथ सोमवार को काम कर सके लेकिन सरकारी नुमाइंदे इसका फायदा उठाकर तीन से चार दिनों तक अवकाश पर चले जाते हैं जिस्से की सरकारी कार्य हो ही नही पाते एवम आम आदमी सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाते लगाते थक जाते हैं।

राज्य शासन द्वारा कार्यालयीन समयावधि सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक तो है लेकिन सरकारी अधिकारी न ही समय से आते है और नही समय तक बैठते है वहीं आम आदमी को 10 बजे तो बुला लिया जाता हैं लेकिन आम आदमी समय से तो पहुंच जाता हैं लेकिन अधिकारी 11 बजे तक दफ्तर नही पहुंचते और इसके चलते आम जनता को समय से पहले पहुच घंटो इंतज़ार करना पड़ता हैं।

यदि राज्य शासन द्वारा शनिवार के अवकाश को खत्म ही कर दिया जाए तो इस समस्या से काफी हद तक सुधार हो सकता हैं। और सरकारी अधिकारियों द्वारा लगातार अवकाश लेने के सिलसिले की रोकथाम हो भी सकती हैं।

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