रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका लग है। रायपुर बीजेपी कार्यालय में आज सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास और उनके बेटे गुरू खुशवंत गोसाई ने सदस्यता ले ली है।
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में सतनामी समाज के गुरु बालदास ने कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में थे। उऩ्होंने कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाकर 10 एससी सीटों में से सात सीटें कांग्रेस के खाते में डालने में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे गुरु बालदास भाजपा प्रवेश करने जा रहे हैं। बालदास के इस फैसले से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।
गुरु बालदास ने कहा कि सामाजिक तौर पर बहुत उपेक्षा हुई है। भेदभाव किया। समाज के उत्थान के लिए कुछ भी नहीं किया। सम्मान मिला तो इधर आ गए। सतनामी समाज के धर्म गुरु बालदास ने यह बात भाजपा में प्रवेश से पहले मीडिया से चर्चा में कांग्रेस पर आरोप मढ़ते हुए कही। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके बेटे गुरु खुशवंत साहेब ने आरंग विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के लिए दावेदारी की है।
बता दें कि सतनामी समाज के धर्म गुरु बालदास आज भाजपा में प्रवेश किया। रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में भाजपा प्रदेश प्रभारी ओम माथुर पार्टी की सदस्यता दिलाए। वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव के पहले गुरु बालदास कांग्रेस में शामिल हुए थे। लेकिन कोई पद नहीं मिलने से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले 2018 में अपने पुत्र सुखवंत साहेब के साथ गुरुबाल दास ने कांग्रेस प्रवेश किया था। लेकिन सरकार बनने के बाद से गुरु बालदास और कांग्रेस के बीच पहले जैसा नहीं रह गया इसलिए समाज के बड़े नेता और धर्मगुरू के भाजपा प्रवेश को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थी।
गुरु बालदास का प्रदेश के एससी सीटों पर बड़ा प्रभाव है. छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति के लिए 10 सीट आरक्षित है, वहीं लगभग 50 सीटों पर अनुसूचित जाति का सीधा प्रभाव है। गुरु बालदास को पार्टी में प्रवेश कर भाजपा सतनामी समाज के वोट बैंक को साधने का काम कर रही है।