अवैध प्लॉट कटुआ गिरोह कर रहे सोशल मीडिया में भरपूर मार्केटिंग,जिला प्रशासन बना मूकदर्शक

मुंगेली। पिछले दो दशक से अवैध कालोनाइजरों की दबंगई बाहर बड़े बड़े सरगना,गिरोह के कांटेक्ट के हवाले से भय आतंक दिखा कर अवैध कालोनियों के नाम पर घास जमीनों का अब तक प्रशासनिक मिलीभगत से अव्यवस्थित बसाहट से जिला प्रशासन को भी शासन की योजनाओं एवं राजस्व में नुकसान का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

वर्तमान में मुंगेली में अवैध कालोनाइजरों की रजिस्ट्रियां बाधित मौखिक रूप से कर दी गई है मगर रजिस्ट्री ऑफिस में हुए रजिस्ट्री के आंकड़े बताते है कि बाहुबलियों की रजिस्ट्रियां अभी भी पीछे दरवाजे से हो रही है। इस पूरे खेल में जिला प्रशासन की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।

एक तरफ मौखिक आदेश से अवैध कच्चे प्लॉट रजिस्ट्री बंद रखे गए हैं। पटवारियों को औपचारिकताओं के नहीं करने फिलहाल मौखिक आदेश दिए गए हैं। मगर प्रशासन की मुंह फरमानी इस कार्यवाही में कहीं ना कहीं अवैध कालोनजरो को शह मिल रहा या फिर उन्हें भविष्य में यह गोरखधंधा चालू रखने की सहमति दी जा रही है जिसके दुष्परिणाम पूरे सोशल मीडिया एवं बड़े बड़े मार्केटिंग से पब्लिसिटी कर अवैध प्लाटिंग के लिए नए नए भूखंड में लोगों को झांसे में लिया जा रहा है।

मुंगेली नगर पालिका अंतर्गत नवागढ़ रोड, कोदवा रोड, बायपास के आसपास अवैध कालोनाइजर सक्रिय है। इनके पब्लिसिटी एवं ऑफिस में अवैध प्लॉट के काले करतूतों को अंजाम देने की कोशिश जारी रख हर दिन लाखों,करोड़ों के राजस्व क्षति की योजना बन रही है बावजूद जिला प्रशासन मूकदर्शक मुद्रा में है।

पुराने कर्मकांड की हो जांच,जिला प्रशासन अलग से बनाए अधिकारियों की टीम

मालूम हो मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत बहुत से अवैध कालोनियों को विकसित करने का दुस्साहस होता रहा है। पूर्व में जिला प्रशासन की मौन सहमति से इन काली करतूतों को बखूबी अंजाम भी दिया जाता रहा है जिसके कारण नहर के आसपास की सरकारी जगह को आम रास्ता बताकर अवैध प्लाटिंग का खेल किया गया। तालाब के रिकॉर्ड को छेड़छाड़ कर सबूत नष्ट किए गए।

उन तालाबों की जमीनों में अवैध प्लाटिंग की गई मगर शिकायतों के दौर में और एनजीटी के नियमों के हवाले नए कलेक्टरों द्वारा रोकने की कोशिश भी हुई मगर इन गिरोह अथवा सरगनाओं पर कोई कार्यवाही नहीं होने से बाहर के बड़े बड़े गिरोह से नेटवर्क बनाकर अपने मंसूबों को सफल किया जाता रहा है। इन आपराधिक घटनाक्रम को बढ़ाने वाले खेल के बावजूद अनेक पुलिस मुकदमा,गिरफ्तारी, लंबे समय फरारी के बावजूद अब वापस ये गिरोह उसी काली करतूतों को अंजाम देने पुनः सक्रिय नजर आ रहे हैं। जिला प्रशासन की चुप्पी कहीं ना कहीं इन लोगों के हौसले को बढ़ाते नजर आ रही है।

पिछले पांच वर्षों में शहर के भीतर ही एक गिरोह द्वारा बड़े बड़े अवैध कालोनियों को विकसित करने साजिश की गई जिसमें मृत्यु हो जाने के बावजूद मृत व्यक्ति के नाम रजिस्ट्री कराकर अवैध प्लाटिंग कर दिया गया। अपने कर्मचारियों के नाम से करोड़ों की जमीन खरीद उन्हें मोहरा बना अवैध प्लाटिंग के खेल को अंजाम दिया गया बावजूद जिला प्रशासन अथवा रजिस्ट्री ऑफिस के अधिकारी मूकदर्शक बने रहे।

विकसित सुंदर शहर बनाने जिला प्रशासन को लेना होगा कठोर कदम,पुराने रिकॉर्ड अनुसार हो बड़ी कार्यवाही

मुंगेली नगर पालिका अंतर्गत बहुत से अवैध कालोनियों को विकसित कर अवैध कालोनियों में बनाए सीसी रोड,नालों,मुख्य द्वार जैसे अनेक सबूत जिला प्रशासन के लिए पर्याप्त है जिनके कार्यवाही में प्रशासन सीधे बिना देर किए बुलडोजर चलवाकर इन अवैध कालोनियों के चिन्हांकित स्थल को नेस्तानाबूद करे और इन गिरोह के शहर में रखे ऑफिस सील कर इनके खिलाफ स्वयं जिला प्रशासन धोखाधड़ी करने सहित शांतिप्रिय माहौल भंग करने जैसे धाराओं पर बड़ी कार्यवाही कराई जानी चाहिए ताकि फिर दुबारा ये गिरोह अवैध प्लाटिंग के लिए ऐसी हिमाकत ना करें।

अब देखना यह है कि नए कलेक्टर के आने के बाद इन गिरोह पर कोई बड़ी कार्यवाही कर अवैध कालोनियों को विकसित होने से रोककर कर करोड़ों के राजस्व क्षति एवं शहर के अमन चैन को सुरक्षित बनाया जाता है या फिर पुराने ढर्रे में भ्रष्टाचार कर इन गिरोहों के काले करतूतों को जारी रख अवैध कालोनियों के खेल को जारी रखा जाता है।

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