रायपुर (मंत्रालय प्रतिनिधि)। छत्तीसगढ़ बेदाग छबि के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अगुवाई में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की जंयती में बीजेपी सरकार द्वारा सुशासन दिवस मनाया जा रहा है। सुशासन यानि good governance लेकिन 5 साल में बेलगाम हो चुके अफसर अभी भी कांग्रेस पंरपरा वाले जुगाड़ के खेल में लगे हुए हैं। हैरानी की बात तो ये है ये सब कुछ उस सामान्य प्रशासन विभाग में हो रहा है जिस पर प्रशासनिक अमले के ट्रांसफर, रिक्त पदों की पदस्थापना, संविदा नियुक्ति और एक्सटेंशन जैसे मामलों में मार्गदर्शन देने जैसे अहम कार्यों की जिम्मेदारी होती है।
ताजा मामला मंत्रालय के सामान्य प्रशासन विभाग का है जहां सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव स्तर पर जमें सालों से डीडी सिंह के नाम की चर्चा है। मंत्रालय की अफसर लॉबी इस बात पर हैरान है कि जिन अफसरों ने कांग्रेस की भूपेश बघेल में जमकर मलाई काटी वहीं अफसर अब सुशासन का वादा करने वाली सरकार में एक्सटेंशन की फाइल चला रहे हैं। सूत्रों के अनुसार सचिव स्तर के इन अधिकारी की फाइल बैकडेट में चलाई जा रही है।
मंत्रालय के अफसरों को उम्मीद थी कि सुशासन वाली सरकार में उन अफसरों को काम करने का मौका मिलेगा जो मोदी की गारंटी को जमीन पर उतार सके। अब डीडी सिंह की एक्सटेंशन वाली फाइल से वे अचरज में हैं। बता दें उक्त सचिव स्तर के अधिकारी की पूर्व सरकार के कार्यकाल में सीएम सचिवालय के ताकतवर अफसर सौम्या चौरसिया से नजदीकियां भी चर्चा में रही है। सौम्या चौरसिया इस वक्त कोयला घोटाला मामले में जेल में निरुद्ध हैं।
ये भी बता दें कि नई सरकार आने के बाद शिक्षा विभाग में संविदा में नियुक्त विभाग प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने पहले ही इस्तीफ़ा दे दिया, मगर डीडी सिंह अभी भी एक्सटेंशन के जुगाड़ लगे हैं। मंत्रालय में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि भाजपा के राडार में रहे अफसरों में संविदा पर पदस्थ सामान्य प्रशासन विभाग में सचिव स्तर पर वापस डीडी सिंह को एडजस्ट किया गया सुशासन वाली भाजपा सरकार की छवि धूमिल तो होगी ही साथ अफसर शाही में जुगाड़ वाले अफसरों की लॉबी भी फिर सक्रिय हो जाएगी। फिलहाल देखने वाली बात ये होगी कि बीजेपी का सुशासन केवल कागजों और बैनरों में दिखाई देगा या फिर सीएम विष्णुदेव साय good governance पर अपनी मुहर लगाएंगे।