जगदलपुर। हमेशा सुर्खियों में रहने वाले कांग्रेस नेता और कोंटा विधायक कवासी लखमा एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार कवासी लखमा मुर्गा लड़ाई को लेकर सुर्खियों में हैं। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहा है। दरअसल, बस्तर से कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा चुनावी प्रचार के दौरान पुसपाल गांव में चुनावी प्रचार में पंहुचे थे। इस दौरान पारंपरिक मुर्गा बाजार में ग्रामीणों के बीच पहुंचे कवासी लखमा का यह अलग अंदाज दिखा। यहां कवासी लखमा मैदान में एक मुर्गा लेकर आए और दूसरे व्यक्ति जो खेल में उनका प्रतिद्वंदी था वह भी मुर्गा लेकर लेकर आया। जिसके बाद दोनों के मुर्गों के बीच लड़ाई हुई और एक ही वार में कवासी लखमा का मुर्गा जीत जाता है। कवासी लखमा की मुर्गे की जीत पर मौके पर मौजूद लोगों ने खूब तालियां बजाई। कवासी लखमा अपने चुनावी प्रचार के सिलसिले में बस्तर जिले के पुसपाल गांव पहुंचे हुए थे और यहां गांव में चल रहे मुर्गा लड़ाई में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने भी मुर्गा लड़ाया, जिसमें उनके मुर्गे ने बाजी मारी ली। लखमा के मुर्गे ने मारी बाजीआदिवासी अंचल बस्तर में मुर्गा लड़ाई आदिवासियों के मनोरंजन का केंद्र है। जिले के हर गांव में मुर्गा लड़ाई का आयोजन किया जाता है, ऐसा कहा जाता है कि इस मुर्गा लड़ाई में चुनाव के हार जीत को लेकर भी दाव लगाए जाते हैं। एक तरफ पूरे देश में लोकसभा चुनाव में हार जीत को लेकर सियासी पठक का दौर जारी है। दूसरी तरफ अपने अलग अंदाज के लिए मशहूर पूर्व मंत्री कवासी लखमा चुनावी प्रचार के बीच खुद मुर्गा लड़ाई कराते दिखाई पड़े। लखमा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उनका मुकाबला डबल इंजन की सरकार से है। बस्तर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लकमा ने अपनी जीत का दावा किया, लेकिन इस मुकाबले को कड़ा मुकाबला बताते हुए चुनाव प्रचार के लिए शेष बचे 17 दिन तक बस्तर लोकसभा क्षेत्र के हर गांव गांव तक और एक-एक ग्रामीण तक पहुंचने की लखमा ने दावा किया।