लोरमी सीईओ गृहजिले में है पदस्थ, चुनाव आयोग ले संज्ञान…

मुंगेली। चुनाव आयोग के तरफ से आचार संहिता लगने के पूर्व सख्त निर्देश था कि “गृह जिले में पदस्थ ना हों अधिकारी,तबादले में नही चलेगी चालबाजी” बावजूद मुंगेली जिले के लोरमी जनपद पंचायत में पंचराम घृतलहरे मुख्य कार्यपालन अधिकारी के रूप में विराजमान है जो स्वमेव आयोग के निर्देश की अवहेलना करता परिलक्षित हो रहा है।


ध्यान रहे पंचराम घृतलहरे मूलतः मुंगेली जिले और लोरमी ब्लॉक के कलमीडीह के निवासी है। बावजूद अभी तक किसी भी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि, जिम्मेदार प्रशासनिक टीम या अन्य किसी ने संज्ञान नही लिया है।

यह भी ध्यान रहे चुनाव के लिए आयोग की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि, स्‍थानांतरण नीति के तहत चुनाव कार्य में लगे या चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले स्‍थानों पर पदस्‍थ सरकारी अफसर अपने गृह जिला में पदस्‍थ नहीं रह सकते। साथ ही 3 वर्ष या उससे अधिक समय से एक ही स्‍थान पर पदस्‍थ अफसरों के भी ट्रांसफर का नियम है।

आयोग ने सभी राज्‍यों से स्‍थानांतरण नीति पर पालन के संबंध में 15 जनवरी तक रिपोर्ट तलब करने कहा था। आयोग ने बार बार बयान जारी कर सभी राज्‍यों को आगाह भी किया था।

जिले से बाहर होना था तबादला

आयोग की तरफ से जारी बयान में यह भी कहा गया था कि, गृह जिला एवं 3 साल से ही स्‍थान पर पदस्‍थ अफसरों के ट्रांसफर का मतलब यह नहीं है कि, एक ही संसदीय क्षेत्र के एक जिला से हटाकर दूसरे जिला में भेज दें बल्कि ट्रांसफर नीति का पालन का उद्देश्‍य एक संसदीय क्षेत्र से दूसरे संसदीय क्षेत्र में ट्रांसफर है। आयोग ने सभी राज्‍यों को अब तक हुए तबादलों का इस आधार पर समीक्षा करने का निर्देश दिया था।

आयोग के इस सख्त निर्देश में साफ किया था कि ट्रांसफर में चालबाजी नहीं चलेगी। बावजूद मुंगेली जिले के लोरमी में पदस्थ सीईओ पंचराम घृतलहरे के गद्दीसीन रहने पर घोर लापरवाही होती दिख रही है।

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