रविवार(21 जुलाई ) की सुबह गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा हादसा हुआ। भूस्खलन के बाद तीन यात्रियों की मौत हो गई वहीं पांच लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री धामी ने घटना पर दुख जताया।
रूद्रप्रयाग/ विवार(21 जुलाई ) की सुबह गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर बड़ा हादसा हुआ। भूस्खलन के बाद चिरबासा के पास पहाड़ से अचानक भारी मलबा और बड़े पत्थर गिर गए। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह राजवार ने बताया कि यात्रा पर जा रहे तीन तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हो गए। घायलों में दो यात्री महाराष्ट्र के हैं और बाकी स्थानीय हैं। घायलों को उपचार के लिए गौरीकुंड अस्पताल भेजा गया है।
गौरीकुंड-केदारनाथ रूट पर बना रहता है भूस्खलन का डर
गौरीकुंड-केदारनाथ 16 किमी लंबे पैदल मार्ग पर हर समय भूस्खलन का खतरा बना रहता है। चीरबासा एक भूस्खलन क्षेत्र है, जहां हर बारिश के मौसम में पहाड़ से पत्थरों के गिरने से दुर्घटनाएं होती हैं। पिछले साल भी एक व्यक्ति की मौत भूस्खलन से हुई थी। बारिश होने के बाद इस क्षेत्र में पहाड़ धंसने का डर बना रहता है।