मुंगेली। कांग्रेस राज के दंभ में बहुचर्चित मुंगेली नगर पालिका परिषद के मवेशी बाज़ार के नीलामी व अन्य करोड़ों के किए गए अफरातफ़री के विरुद्ध एक व्यक्तिगत प्रामाणिक शिकायत को ज़िला प्रशासन व ज़िला पुलिस ने सरकार बदलते ही अपना रुख़ भी बदला है।जिसके बाद करोड़ी के हुए घोटाले,भ्रष्टाचार,के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी सहित अन्य मामूली में अपराध दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है जो एफ़आईआर दर्ज हुए है वो ग़ैर ज़मानती धाराओं में पंजीबद्ध हुए है जिससे सभी आरोपियों के गिरफ़्तारी की संभावना जताई जा रही है।





मूँगेली नगर पालिका में भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद ही यहां के भाजपा की नगर सरकार के नगर पालिका अध्यक्ष सन्तुलाल सोनकर को १२ लाख के नाली घोटाले में कार्यवाही करते हुए अविश्वास के बाद पद ही हटना पड़ा था उसके बावजूद राज्य की भूपेश सरकार में ही बहुत से भाजपा के पार्षदों को कांग्रेस में प्रवेश कराया लिया गया था। कुछ ऐसे भाजपा के भी पदाधिकारियों पर कार्यवाही अभी भाजपा अनुशासन समिति से लंबित है जिन्होंने बिना भाजपा त्यागपत्र दिये भूपेश सरकार का प्रत्यक्ष गुणगान करने में जुटे रहे जिनकी वीडियो क्लिप के माध्यम से भाजपा अनुशासन समिति में बड़ी कार्यवाही के लिए मामला लंबित भी है।
अब देखने लायक़ बात यह भी होगी की नई प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद मूँगेली नगर पालिका में शाम दाम दंड भेद से काबिज हौने में सफल रही कांग्रेस की नगर सरकार का क्या होगा? आमजनमानस को कैसे नगर विकास में पिछले भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के बाद मूलभूत सुविधाओं के लिए राहत होगी।
बहरहाल मवेशी बाज़ार में लंबे समय तक पूरे परिषद की मिलीभगत से हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार में एफ़आईआर के बाद चर्चाओं का बाज़ार गरम है। इसके साथ ही शीघ्र ही नगर सरकार के विरुद्ध अविश्वास होने की संभावना जताई जा रही है।