बिलासपुर/ कोटा के ग्राम करही कछार में मलेरिया से पीड़ित एक बच्चे की मौत हो गई है। 9 वर्षीय बालक विकास बसोड़ कक्षा तीसरी का छात्र था। शनिवार को तेज बुखार होने पर मां दुर्गा व पिता कमलेश बसोड़ विकास को लेकर बेलगहना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। मलेरिया के लगातार आ रहे मामले को देखते हुए डॉक्टर ने खून की जांच करने की सलाह दी। माता दुर्गा खून जांच की पर्ची लेकर लैब पहुंचीं तो लैब टेक्नीशियन ने लैब बंद करने का समय हो गया है कहकर खून की जांच करने से इनकार कर दिया। इसके बाद विकास के माता-पिता उसे घर ले आए। रविवार की रात बच्चे की मौत हो गई।
कोटा इलाके में मलेरिया से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 178 मरीज मलेरिया पीड़ित मिल चुके हैं। इसके अलावा डायरिया का प्रकोप भी जारी है। अब तक डायरिया के 968 मरीज मिल चुके हैं। बता दें कि इससे पहले 18 जुलाई को मलेरिया से टेंगनमाड़ा के पास ग्राम करवा में दो सगे भाइयों की मौत हो गई थी।
वहीं 20 जुलाई को सिलपहरी के आश्रित गांव कालीमाटी में मलेरिया से ही अजय व संजय की मौत हो चुकी है। दोनों बच्चे आदिवासी समुदाय से थे। मलेरिया के अलावा डायरिया से 5 लोगों की मौत हो चुकी है।