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मनियारी जल संसाधन का कारनामा: कार्यपालन अभियंता सलीम की शह पर नहर लाइनिंग काम मे ठेकेदार मुरुम की जगह डाल रहा काली मिट्टी

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● जिला प्रशासन बेखबर: गैंजी से दशरंगपुर नहर करोड़ो के नहर लाइनिंग काम मे जमकर हो रहा भ्रष्टाचार

● हमेशा विवादों में रहने वाले कार्यपालन अभियंता सलीम अपनी मीडिया में रसूख और मंत्रियों तक पहुंच होने के हवाले से करते है मनमानी
● भठली में मुरूम के स्थान पर किया जा रहा काली मिट्टी का प्रयोग

● पीएम के डिजीटल इंडिया की सच्चाई दिखाता भठली नहर लाइनिंग कार्य में अनियमितताएं गुणवत्ताविहीन कार्य होने की शिकायत

मुंगेली/लोरमी। गैंजी से दशरंगपुर नहर नाली लाइनिंग कार्य मुंगेली शाखा नहर में करोड़ो रुपयों की लागत से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। कार्य मे गुणवत्ता का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। नहर लाइनिंग के कार्य में काली मिट्टी का प्रयोग किए जाने की शिकायत भी मिल रही है। ग्राम भठली में गैंजी से दशरंगपुर नहर लाइनिंग कार्य मे वर्तमान में कार्यपालन अभियंता सलीम की शह पर ठेकेदार ग्रामीणों के विरोध के बावजूद ऊंची रसूख के हवाले से मनमानी कर रहे हैं।

बता दें गैंजी से दशरंगपुर तक नहर लाइनिंग के कार्य किया जाना है, लेकिन किसानों के खेतों की मिट्टी को जेसीबी से खोद कर नहर नाली में मुरूम के स्थान पर मिट्टी का उपयोग किया जा रहा है।

ग्राम के कृषक ऋषि वर्मा, तुमन वर्मा, भवरसिंह साहू, देव वर्मा, नरेन्द्र वर्मा, पुनीत वर्मा, प्रमोद शांखला, गैदु रजक गुरूचरण वर्मा, दिनेश वर्मा, कामेश सेन एवं भूपेंद्र रजक आदि कृषकों का कहना है कि ठेकेदार के माध्यम से गुणवत्ताविहीन तरीके से कार्य को पूर्ण करने में लगे हुए हैं। ठेकादार द्वारा लगभग 3 इंच की ढलाई कर कम सीमेंट की मात्रा का उपयोग किए जाने की शिकायत है। इस नहर नाली की चौड़ाई बहुत कम होने के कारण आखरी टेल ग्राम तक पानी पहुंचने में संदेह है। जिसका मुख्य कारण नहर की चौड़ाई कम होना माना जा रहा है। ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा हरेभरे पेड़ो को जेसीबी से उखाडक़र फेकने की शिकायतें मिल रही है। पूरे काम की जांच शासन स्तर पर कराए जाने की मांग किसानों ने की है। विभागीय अधिकारियों व ठेकेदार के विरुद्ध उच्च स्तरीय कार्रवाई की जाए। किसान के खेतों को बिना अनुमति खुदाई कर नहर नाली में डाला गया है। इससे खेतों में गहरा गड्ढा हो गया है। इससे किसानों में नाराजगी है।

सरपंच ने बताया कि नहर लाइनिंग का काम गुणवत्ताविहीन किया जा रहा है। मुरम के स्थान पर काली मिटटी का उपयोग ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है जिसकी जांच होनी चाहिए।

नाम नही लिखने की शर्त पर एक जनपद सदस्य ने कहा कि नहर लाइनिंग के कार्य में हो रहे भ्रष्टाचार पर तत्काल अंकुश लगाया जाए व किसानों की खेतों की मरम्मत शीघ्र किया जाए। नहर नाली की चौड़ाई व गहराई बढ़ाई जाए। ठेकेदार द्वारा भोले-भाले ग्रामीणों, किसानों को गुमराह करने के लिए अंग्रेजी में सूचना बोर्ड नही लगाया गया है। वह सहीं नहीं है। इसे स्पष्ट रूप से लगाया जाना चाहिए।

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