विधानसभा सत्र शुरू हो गया है, लंच के बाद एक बार फिर सदन की कार्रवाई चालू हुई। जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने बलौदाबाजार हिंसा को लेकर नारेबाजी शुरू कर दी। स्पीकर ने गर्भगृह में प्रवेश करने वाले सदस्यों को निलंबित कर दिया।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा सत्र शुरू हो गया है, लंच के बाद एक बार फिर सदन की कार्रवाई चालू हुई। जिसके बाद विपक्षी सदस्यों ने बलौदाबाजार हिंसा का मामला उठाया। जिस पर स्पीकर ने कहा कि, कार्रवाई आगे बढ़ गई और अब इस विषय पर चर्चा नहीं हो सकती है। किसी दूसरे माध्यम से इस विषय पर चर्चा कर लें। लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं मानें और स्थगन पर चर्चा की मांग पर अड़े रहे। जिसके बाद सदन में दोनों पक्षों के बीच जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बीच वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अनुपूरक बजट पेश किया। अनुपूरक बजट में सदन पर कल होगी चर्चा। भारी हंगामे के बीच सदन की कार्रवाई कल 11 बजे तक के लिए स्थगित।
नारेबाजी करते हुए विपक्षी सदस्य गर्भगृह में आ गए और मुख्यमंत्री और गृहमंत्री से की इस्तीफे की मांग करने लगे। विपक्षी नेता सदन के गर्भगृह में आकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद विधानसभा स्पीकर डॉ रमन सिंह ने गर्भगृह में प्रवेश करने वाले सदस्यों को निलंबित कर दिया। स्पीकर ने नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल, उमेश पटेल समेत कई कांग्रेस के सदस्यों को निलंबित कर दिया। निलंबन के बाद भी कांग्रेसी विधायक नहीं मानें और लगातार गर्भगृह में नारेबाजी कर रहे हैं।
कैबिनेट के अयोध्या दौरे पर महंत ने ली चुटकी
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कैबिनेट के अयोध्या यात्रा पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि, मैं मुख्यमंत्री को भेंट करने के लिए नारियल धोती लेकर आया हूं। विधानसभा अध्यक्ष ने कक्ष में जाकर भेंट करने की अनुमति दी और आप अगली बार जाएं तो सभी सदस्यों को साथ लेकर जाएं। उन्होंने आगे कहा कि, ऐसी चर्चा थी कि, मुख्यमंत्री शिवरीनारायण का बेर लेकर अयोध्या गए थे। लेकिन बड़ा सवाल तो ये है कि, अभी बेर का सीजन ही नहीं है, कहां का बेर लेकर गए थे? आप लोग अयोध्या होकर तो आ गए लेकिन राम वन गमन परिपथ का काम बंद कर दिया। महंत के शून्यकाल में बोलने पर विपक्ष ने सवाल उठाए। जिस पर चरणदास महंत ने आगे कहा कि, आप लोग बात को गलत दिशा में लेकर जाते हैं। इसलिए अयोध्या और बद्रीनाथ की सीट भी आप लोग हार गए।