मुंगेली। भूपेश राज में छत्तीसगढ़ राज्य में मवेशी घोटाले के नाम पर बहुचर्चित मुंगेली नगर पालिका परिषद का मवेशी बाज़ार घोटाला मामला एक बार फिर दो दर्जन से हाई प्रोफाइल आरोपियों को बचाने के पुलिस पर गंभीर आरोप लग रहे है। हालाँकि पूरे मामले छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के संज्ञान में है भले ही हाल फिलहाल यदि मामले को लंबे लेनदेन कर दबाने की कोशिश की भी गई हो मगर हाई कोर्ट में आरोपियों में करोड़ों के हुए भ्रष्टाचार में नामजद सभी तत्कालीन सीएमओ,अधीनस्थ कर्मचारियों पालिका के पदाधिकारी व नेताओ की मिलीभगत की जमकर चर्चा रही बावजूद एक मात्र को आरोपी बना पुलिस ने पूरे मामले में एक प्रकार से पटाक्षेप होने जैसा कर दिया है मगर ढाई दर्जन आरोपियों को बचाने के चक्कर में कहीं पुलिस व नगर पालिका के वर्तमान ज़िम्मेदार लोगों को हाई कोर्ट के नए आदेश से कहीं लेने का देना ना पड़ जाए। बहरहाल करोड़ों के हुए मूँगेली नगर पालिका में बहुचर्चित मवेशी बाज़ार घोटाले में जन चर्चा खूब हो रही है कि पुलिस व पालिका प्रशासन व पुरानी सरकार के सफ़ेदपोश ने मिंलजुलकर लाखों के लेनदेन कर मामले को छोटा रूप देने की नापाक कोशिश की है। बहरहाल यह भी देखने लायक़ होगा की पूरे मामले में शिकायत कर्ता अथवा प्रार्थी कितनी मज़बूती से मामले में असल गुनहगारों को जेल के सलाख़ों के अंदर भेजने जुटे रहेंगे अथवा मैनेज होकर मामले को दबा दिया जाएगा।
इस पूरे मामले में अनेकों जानकर, आरटीआई कार्यकर्ता सहित शहर के जागरूक लोग पैनी नज़र बनाए हुए है अब देखना यह है कि जन जन में चर्चा का विषय बना करोड़ों रुपयों का मवेशी घोटाला वर्तमान विष्णुदेव सरकार भी किस मूड में एक्शन लेती है अथवा कोई आदेश देती है।