मुंगेली। पहले चंद रुपयों के लाभ लालच से रंगीन सपने दिखाना फिर कर्ज बनाकर कर्ज के एवज में जान का खतरा दिखा दिखा कर फिल्मी स्टाइल में अलग अलग खातों में पैसे लेने के साथ ही स्कूली छात्र के नाम करोड़ो की संपत्ति कब्जियाने के लिए कुछ गिरोह ने सुनियोजित ढंग से लाखों,करोड़ो रूपये वसूल लिए उसके बाद अनेक भय के हवाले से साजिश पर सजिश कर विलासिता पूर्ण जिंदगी जीने के लिए भयादोहन की व्यूह रचना से दोस्त के रूप में ऐसा गलत काम किया जाता रहा।




इन सबके बाद प्रार्थी की मां को भी धोखे में डाल पुराने कर्ज की अदायगी के लिए जमीन देने की बात कहकर जमीन हड़पने के साजिश षड्यंत्र का बड़ा मामले पर मुंगेली पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की है। हालांकि आरोपियों के विरुद्ध हुए नामजद शिकायत व एफआईआर के बावजूद पुलिस ने एक मुख्य आरोपी के अलावा 5 अन्य एफआईआर दर्ज किया है।
करोड़ो रूपये के बैंक लेनदेन व साजिश षड्यंत्र में माना यह जा रहा है कि प्रार्थी से भयादोहन व अन्य तरीके से शहर के कुछ प्रभावशाली लोगों द्वारा अनैतिक षड्यंत्र पूर्ण जमीनों के अनुबंध कराने,चेक से पैसे निकालने सहित अन्य मामलों में पुलिस अपनी विवेचना के बाद और अन्य लोगों को भी आरोपी बना सकती है।
बहरहाल आज हुए एफआईआर के बाद मुंगेली पुलिस की इस बड़ी कार्यवाही खुलासा से शहर में हड़कंप मचा हुआ है। जमीन से जुड़े मामले होने के कारण अवैध प्लाटिंग में लिप्त लोग भी वक्त के मद्देनजर जमींदोज हो गए है।
भयादोहन से मोटी रकम ऐंठने व धोखाधड़ी पूर्वक जमीन रजिस्ट्री कराने के मामले में आज मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस ने आयुष प्रताप सिंह उर्फ समीर ठाकुर एवं 05 अन्य व्यक्तियों के द्वारा डरा-धमकाकर छलपूर्वक आवेदक एवं आवेदक की माता की जमीन की अपने साथी के नाम जबरन रजिस्ट्री करायी गयी तथा चेक एवं बैंक ट्रांजेक्शन के माध्यम से डरा-धमकाकर कुल करीबन 60 लाख रूपये अवैध रूप से डरा-धमकाकर छलपूर्वक वसूल किया गया।
प्रार्थी सिद्धार्थ बैद पिता स्व. अशोक बैद उम्र 21 वर्ष निवासी गोल बजार गांधी वार्ड मुंगेली के लिखित आवेदन पर आरोपियों आयुष प्रताप सिंह उर्फ समीर ठाकुर एवं 05 अन्य व्यक्तियों के विरूद्ध थाना सिटी कोतवाली मुंगेली में अपराध क्रमांक 96/2025 धारा 318(4), 308(2)3(5) बीएनएस पंजीबद्ध कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।
अब देखना यह भी है कि बड़े गंभीर प्रवृत्ति के मामले में पुलिस अपनी विवेचना अथवा जांच में इस शिकायत, एफआईआर से संबंधित कार्यवाही में आगे क्या नया खुलासा करती है जिससे गंभीर प्रवृत्ति के साजिश,षड्यंत्र करने की पूरी घटना उजागर हो।