बिलासपुर। एक सब्जी कारोबारी की उसकी ही मां और भाइयों ने हत्या कर दी। इसके बाद पहचान छिपाने के लिए शव को जलाने का प्रयास किया और बोरी में भरकर जंगल के पास फेंक दिया। पुलिस ने नाबालिग भाइयों सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि शिरकत थाना के अंतर्गत फदहाखार के जंगल में झाड़ियां के बीच 4 फरवरी को एक अज्ञात शव अधजली हालत में मिली थी। सिक्योरिटी पुलिस ने मौके पर पाया कि मृतक की धारदार हथियार से हत्या करके शव को किसी स्थान से लाकर पहचान छुपाने के लिए जला दिया गया है।घटनास्थल पर मिली बोरी से एक कागज के टुकड़े में मोबाइल फोन का नंबर मिला। यह नंबर जांजगीर चांपा जिले के बिर्रा ग्राम के एक व्यापारी का था। फोटो देखकर शव को व्यापारी ने पहचान लिया और बताया कि यह उसका पड़ोसी सब्जी व्यापारी रवि साहू है। पिछले दो-तीन दिन से वह दिखाई नहीं दे रहा था। पुलिस रवि साहू के घर पहुंची। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक के पिता मोहनलाल साहू की मृत्यु हो चुकी है। उसका अपनी सौतेली मां 38 वर्षीय हेमलता साहू और उसके दो नाबालिग बेटों के साथ अक्सर विवाद होता था। ऐसे ही झगड़े के दौरान 31 जनवरी को सुबह लगभग 8:00 बजे मृतक ने अपने ही घर में आग लगा दी थी जिससे काफी सामान जल गया था। दोपहर में लगभग 2:30 बजे उनके बीच फिर से विवाद हुआ था उसके बाद से मृतक को किसी ने नहीं देखा था।
व्यापारी की हत्या..बोरी में भरकर जंगल में फेका शव, पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल छिड़क लगाई आग, मां सहित 4 आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों ने बताया कि दोपहर 3:00 बजे उन्होंने लोहे के पाइप से सिर पर वार करके रवि साहू को मार डाला। हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने लिए उन्होंने किराए पर कार चलाने वाले सुनील यादव को तैयार किया। सुनील की कार में शव को बोरी से बांधकर डाला और देर रात फदहाखार के जंगल में लाकर उतारा। शव की पहचान ना हो सके इसके लिए उन्होंने पेट्रोल छिड़क कर उसमें आग लगा दी और वहां से फरार हो गए। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सामान और कार को जब्त किया है। पुलिस ने मृतक की सौतेली मां और ड्राइवर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। नाबालिग भाइयों को किशोर न्यायालय में पेश किया।