नवागढ़:नवागढ़ निवासी सुनीता जुलाराम निर्मलकर की पुत्री चेतना निर्मलकर ने दक्षिण कोरिया के स्योल सिटी में भारतीय दूतावास के सौजन्य से विवेकानंद संस्कृति केंद्र द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर शुक्रवार को रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 16 भारतीय मूल के व 4 कोरियाई प्रतिभागियों ने भाग लिया चेतना निर्मलकर ने अपनी रंगोली में इंडिया गेट कोरिया के स्योल टावर के संक्रांति महापर्व पर अपनी कला को उकेरते हुए पतंग के साथ देश के पर्व को रंगोली में दिखाया निर्णायक मंडल ने दोनों देश को समेट कर संस्कृति की झलक दिखाने वाली चेतना निर्मलकर को प्रथम स्थान पर रखते हुए भारतीय मुद्रा में ₹100000 पुरस्कार व प्रशस्ति पत्र दिया दिया गया।
चेतना निर्मलकर के पिताजी जूलाराम निर्मलकर ने बताया कि उसकी पुत्री चेतना निर्मलकर का विवाह श्याम नगर राजीम निवासी डॉक्टर जयंत निर्मलकर से हुआ है जयंत निर्मलकर वर्तमान में सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट के पद पर कोरियन रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस डेजर साउथ कोरिया में गत 3 वर्षों से कार्यरत हैं लेखी उल्लेखनीय है कि चेतना निर्मलकर बचपन से ही होनहार छात्र रही है स्थानीय आयोजनों में अपनी भूमिका निभा चुकी है साउथ कोरिया में आजादी के अमृत महोत्सव पर बनाए गए रंगोली व प्रथम स्थान मिलने पर माता पिता के अलावा नगरवासी भी बहुत खुश हैं ।