तखतपुर/ अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने को लेकर परिजनों ने अस्पताल में डॉक्टर के खिलाफ जमकर विरोध जताया। तखतपुर अंतर्गत ग्राम निगारबंद निवासी सतीश कश्यप आर आई के पद पर कार्यरत है। जिसके 2 साल के बच्चे के तबीयत खराब हो जाने के कारण उसे बिलासपुर अपोलो हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां बच्चे को डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद उसे तखतपुर निगारबंद घर लाया गया जहां बच्चे के मृत्यु होने की खबर सुनकर मां सोनाली कश्यप की तबीयत बिगड़ गई जहां परिजनों ने आनन फानन में उसे तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां तखतपुर स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं होने के कारण सोनाली कश्यप गाड़ी में ही बैठी रही। उसके बाद परिजनों ने उन्हें निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां निजी अस्पताल में भी डॉक्टर नहीं होने से बिलासपुर जा ही रहे तभी किसी ने दूर भाष के माध्यम से अस्पताल में डॉक्टर के आने की बात कही जहां पुरानने बस स्टैंड से गाड़ी वापस कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आया 11 बजे के बाद डॉक्टर सुनील हंसराज आए लेट में डॉक्टर आने को लेकर परिजनों ने जमकर हॉस्पिटल में हंगामा किया। किसी तरह सोनाली कश्यप का डॉक्टर द्वारा इलाज किया गया उसके बाद परिजनों और डॉक्टर के बीच जमकर डेढ़ से 2 घंटा तक वाद विवाद होते रहा । परिजनों द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में इलाज नहीं होने को लेकर सोनाली कश्यप को बिलासपुर ले जाया गया ।




