पूरा मामला महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के संज्ञान में…
बिलासपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग में बिलासपुर शहरी परिक्षेत्र परियोजना अधिकारी के अड़ियल रवैय्ये के कारण चर्चा में है। शहरी क्षेत्र में 18 वर्षो से कार्यरत आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 143 की सहायिका को एक पार्षद की सिफारिश में बंद पड़े आंगनवाड़ी में पहले तो अस्थायी स्थानांतरित कर आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 143 के संचालन को प्रभावित कर दिया गया। जब कार्यकर्ता द्वारा पूछे जाने पर स्वयं कार्यकर्ता के खिलाफ सप्ताह भर के भीतर 4 अलग अलग तारीखों में शिकायत लेकर शिकायत होने का बहानाबाजी किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के एक अन्य बंद हुए आंगनवाड़ी के सहायिका को आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 143 में मौखिक भेज उस सहायिका का भी स्थानान्तरण आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 50 में रखा गया है। अब ऐसे में आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 50 में दो-दो सहायिका का वेतन आहरण किया जा रहा है। और दूसरी सहायिका को भी परियोजना अधिकारी द्वारा अपने मनोबल और जिद से बिना सेवा लिए वेतन दिया जा रहा है।
जुड़वा बच्चों की मां के साथ रोज नए नए हथकंडों से किया जा रहा परेशान
शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 143 लगातार 18 वर्षो से कार्यकर्ता,सहायिका द्वारा संचालित हो रहा था बावजूद एक पर्यवेक्षक जो कि अपनी स्वयं महिला एवं बाल विकास विभाग से त्रस्त होकर वीआरएस ले लिया मगर विभाग में अव्यवस्था, गतिरोध के लिए आंगनवाड़ी की व्यवस्थाओं को प्रभावित करने का काम किया गया। अब ऐसे में एक सहायिका को जो कि 18 वर्षो से लगातार आंगनवाड़ी में काम कर रही थी। एक पार्षद के कहने पर हटाकर व पर्यवेक्षक के भड़काने से आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता जो कि जुड़वा बच्चों की मां है हर दिन परेशान किया जा रहा है।
शिकायतो की फ़ाइल दिखा परियोजना अधिकारी करती है भयभीत
आंगनवाड़ी के 6 महीनों से कार्यकर्ता के अकेले संचालन व सुनियोजित ढंग से सहायिका हटाने के लिए कार्यकर्ता द्वारा जब भी परियोजना कार्यालय पहुंच आवाज उठाई जाती है तब परियोजना अधिकारी द्वारा सहायिकाओं के झूठी शिकायत का पिटारा खोल आंगनवाड़ी सहायिका नही होने के बावजूद अन्यत्र शिफ़्ट करने दबाव बनाया जा रहा है।
पूरे मामले से डीपीओ नही है बेखबर…
आंगनवाड़ी की सहायिका गायब कर संचालन प्रभावित करने की नीयत से जो विभाग ने साजिश रची इस बात से जिला कार्यक्रम अधिकारी स्वयं सुरेश सिंह बेखबर हो,संभव नही। इन सारी अव्यवस्थाओं के बावजूद मूकदर्शक की मुद्रा में बैठे हुए है।
मामले की शिकायत स्वयं महिला मंत्री एवं कलेक्टर के समक्ष करने की है तैयारी
इस संबंध में 6 माह से लगातार सुनियोजित ढंग से साजिश कर आंगनवाड़ी संचालन को प्रभाबित करने के कुत्सित प्रयास की पूरी शिकायत स्वयं महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े एवं जिला कलेक्टर से किए जाने की कार्यकर्ता तैयारी में है।