कौन किसका भक्त है इसका ‘प्रमाणपत्र’ कोई राजनीतिक दल नहीं दे सकता : पायलट

रायपुर : अयोध्या में बन रहे भव्य राममंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को ‘अस्वीकार’ करने को लेकर भाजपा के आरोपों पर पार्टी नेता सचिन पायलट ने कहा है कि कौन किसका भक्त है इसका प्रमाणपत्र कोई राजनीतिक दल नहीं दे सकता है।

कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी नियुक्त होने के बाद पहली बार रायपुर पहुंचे पायलट ने बृहस्पतिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने को लेकर पूछे गए सवाल पर पायलट ने कहा, ‘‘निमंत्रण देने वाली संस्था ने तीन लोगों को आमंत्रित किया था। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के बयान से स्पष्ट है कि धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है जिसके पक्ष में हम नहीं हैं। हर व्यक्ति की आजादी है कि उसकी आस्था किस भगवान में है, किस देवता में है, किस मंदिर और गुरूद्वारा में है। उसका यह व्यक्तिगत निर्णय है, कोई भी, कभी भी, कहीं जा सकता है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इस प्रकार के चीजों का राजनीतिक लाभ लेना हम गलत मानते हैं। मुझे नहीं लगता कि कौन किसका भक्त है इसका प्रमाणपत्र कोई राजनीतिक पार्टी दे सकती है, खासकर भाजपा या और कोई भी। किसी को अच्छा या बुरा हिंदू होने का प्रमाणपत्र भाजपा नहीं दे सकती।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम सबकी अपनी आस्था है। किसको पूजते हैं, किस मंदिर में जाते हैं या नहीं जाते हैं यह व्यक्तिगत निर्णय है। जिसको जहां जाना है वहां जाएगा सबको छूट है, इसके लिए न तो किसी की अनुमति की जरूरत है और न ही न्यौते की।”उन्होंने इस दौरान भाजपा(भारतीय जनता पार्टी) नीत केंद्र सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में परिणाम कांग्रेस के पक्ष में आएंगे।

पायलट ने कहा, ‘‘इस सरकार को 10 साल हो गए हैं। इस दौरान अमीर और गरीब के बीच खाई बढ़ी है। हमारे हवाई अड्डे, रेलवे, खदान, बिजली घर सभी को निजी हाथों में दे दिया गया। किसानों के खिलाफ तीन काले कानून लाए गए। अग्निवीर योजना में नौजवानों के साथ धोखा किया गया। नोटबंदी, जीएसटी लेकर आए जिससे नुकसान हुआ, इसे यहां की जनता देख रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ इस चुनाव में हमारी कोशिश रहेगी कि यह चुनाव लोगों के जो ज्वलंत मुद्दे हैं उसके आधार पर लड़ा जाए, वहीं भाजपा जज्बाती मुद्दों के आधार पर वोट बटोरने की कोशिश करेगी, लेकिन काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती है, इस बार चुनाव परिणाम कांग्रेस पार्टी के पक्ष में आएगा।’’

छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को लेकर पायलट ने कहा, ”राज्य में पार्टी मजबूत स्थिति में है। यहां हर तहसील, हर संभाग में कांग्रेस मौजूद है। हम विधानसभा चुनाव हार गए हैं लेकिन लोकसभा में हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मजबूती से लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है। लोकसभा चुनाव में बेहतर परिणाम आएंगे।’’

कांग्रेस नेता ने इस दौरान पार्टी के नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य देश के वंचित वर्ग को न्याय दिलाना है।

पायलट ने यह भी कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन भाजपा के लिए चिंता का विषय बन चुका है, क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में इस गठबंधन के दलों को कुल दो तिहाई वोट मिले थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि देश में दबाव की राजनीति की जा रही है तथा विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरोजैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।

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