बिलासपुर। एनटीपीसी सीपत प्लांट के स्लेरी पंप हाउस स्टेज 2 के बाहर मल्चिंग मशीन स्टोरेज टैंक के फट जाने से भुविस्थापित कर्मचारी नरेंद्र मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई। घटना दोपहर डेढ़ से दो बजे के बीच की है। गुस्साए सैकड़ो कर्मचारियों ने मृतक के परिवार वालो के साथ मृतक की पत्नी को नौकरी देने की मांग को लेकर एनटीपीसी अस्पताल परिसर में ही धरना दे दिया है।
जानकारी देते चलें कि सीपत एनटीपीसी के ऐश मैनेजमेंट में कनिष्ठ तकनीशियन के पद पर कार्यरत प्रभावित ग्राम देवरी के नरेंद्र मिश्रा भुविस्थापित कर्मचारी था । रोज की तरह बुधवार को ड्यूटी पर एनटीपीसी ड्यूटी पर आया । लंच के दौरान साइड इंचार्ज ने नरेंद्र मिश्रा को मल्चिंग स्टोरेज मशीन टैंक के वाल को खोलने के लिए स्लेरी पम्प हाउस स्टेज टू के बाहर बुलवाया। नरेंद्र ने जैसे ही टैंक के वॉल को खोलना चाहा टैंक भयानक आवाज़ के साथ फट गया। 150 की गति से टैंक के वॉल में लगे पार्ट्स नरेंद्र के सर पर लगा। चोंट इतना भयानक था कि नरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की खबर आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई। परिवार वालो के आने से पहले ही एनटीपीसी प्रबंधन ने लाश उठाकर एम्बुलेंस में कैद कर रख लिया। परिवार वालो के साथ मे घटना से गुस्साए कर्मचारियों ने एनटीपीसी के सेफ्टी विभाग के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाया। मृतक की पत्नी को तत्काल नौकरी पर लेने को कहा। दोपहर दो बजे एनटीपीसी के हॉस्पिटल परिसर में धरना पर बैठे देर शाम तक अपनी मांग पर अड़े रहे।
एनटीपीसी के परीक्षण ने नरेंद्र की जान ली
मृतक के बड़े भाई राधे श्याम मिश्रा ने एनटीपीसी प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया। राधेश्याम ने कहा कि पुरानी टैंक से ऐश डस्ट को रोकने गोबर के प्रयोग से कराए जा रहे कंप्रेसर प्रयोग के चलते भाई की जान गयी। हमे मृत्यु प्रमाण पत्र के साथ मृतक की पत्नी का एनटीपीसी में नौकरी की नियुक्ति पत्र चाहिए। नही तो आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे।
घटना पर एनटीपीसी की प्रतिक्रिया
घटना पर एनटीपीसी जनसंपर्क अधिकारी ऊष्मा घोष ने ऐश मैनेजमेंट में कार्यरत नरेंद्र मिश्रा की मौत को दुखद बताया। उन्होने कहा कि सीपत प्लांट में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कर्मचारी नरेंद्र मिश्रा की मौत ब्लीचिंग मशीन स्टोरेज टैंक के फट जाने से हुई । मामले की आगे जांच की जाएगी।