रायपुर/बिलासपुर। चुनावी साल में प्रशासनिक अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला भी तेजी से चल रहा है। राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादले किए गए। मगर कुछ अधिकारियों के वांछित जगह नही पहुंचने के चलते महीने भर के भीतर तीन-तीन बार ट्रांसफर हुआ। अभी और भी तबादले किए जाने की सूचना है।
एक अधिकारी पहुंचा अपने ही गृह जिला
बता दें भूपेश सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार में लिप्त रहे अधिकारियों को शिकायत के आधार पर गृह जिले के आसपास से भी दूर स्थानांतरित किया गया था। इनमे एक अधिकारी मुंगेली जिले में पदस्थ रहते हुए अपने ऊंचे ओहदे के धौंस से अपने ही जिले के उच्च अधिकारियों को भी धौंस जमाते रहे मगर लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उनको कोरिया जिला फेंका गया मगर अभी चुनाव आयोग की सख्त नजर होने के बावजूद ऐसे भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी एक बार फिर अपना ट्रांसफर कोरिया से गृहजिले बिलासपुर कराने में कामयाब हो गए हैं। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग ऐसे अधिकारी पर कैसी सख्ती बरतता है।
किसी से अनुमति नहीं ली
नियम विरूद्ध हुए तबादले में निर्धारित प्रशासकीय प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया गया है। उक्त तबादले मनमाने ढंग से दबाव में किए गए हैं। किसी प्रशासनिक अधिकारी का अपने ही गृह जिले में तबादला करना निर्वाचन आयोग की अवहेलना की श्रेणी में आता है।