मस्तूरी। क्षेत्र के ग्राम ईटवा पाली से 25-26/08/22 की दरम्यानी रात में अज्ञात लोगो ने प्राचीन भांवर गणेश मंदिर के पुजारी महेश राम केंवट को मारपीट कर पिस्टल अड़ाकर चाबी छीन बंधक बनाकर मंदिर से प्राचीन ऐतिहासिक मूर्ति को सब्बल से तोड कर लूट कर ले गये थे चुकि यह धार्मिक आस्था एवं प्राचीन ऐतिहासिक बेशकीमती मूर्ति का मामला था इस लिए एस.एस.पी. पारूल माथूर ने तत्काल घटना स्थल पहुँचकर तीन टीम बनाकर घटना घटित करने वालों की पता तलाश प्रारम्भ करवा दी थी लगभग साढ़े तीन माह बीत जाने के बाद भी कोई सुराग नही मिल रहा था लगभग चार दिन पूर्व क्राईम बांच के मस्तुरी के स्थानीय आरक्षक हेमन्त सिंह को उसके मुखबीरों के माध्यम से यह सूचना मिली किं ग्राम चौहा के दो लडके काले पत्थर के एक टुकडे का सैम्पल लेकर उसे मूर्ति का बताकर चार करोड में मूर्ति बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहे है ।
इस सूचना को एस.एस.पी पारूल माथुर ने गंभीरता से लेते हुए क्राईम बांच प्रभारी हरविन्दर सिंह को स्वयं ग्राहक बनकर सौदा करने भेजा। क्राईम ब्रांच प्रभारी हरविन्दर सिंह एवं आर० गोविन्द शर्मा ने खुद को कन्नौजपी. ) का व्यापारी बताकर तीन दिन पहले युवराज टण्डन से मुलाकात कर सौदे बाजी की चर्चा करते हुए पहले मूर्ति दिखाने की मांग की। दिनांक 03.12.22 की रात्रि में ग्राम चौहा में पांच लाख के नकली नोट एण्डवास मनी के रूप में दिखाते हुए क्राईम ब्रांच प्रभारी ने पुनः युवराज टण्डन से पहले मूर्ति दिखाने की बात दोहराई तब युवराज ने अपने दोस्त मोहताब सुमन को फोन कर मोटर सायकिल में मूर्ति मंगवाई जैसे ही मोहताब सफेद रंग के झोले में मोटर सायकिल में बैठकर मूर्ति लेकर आया और झोला खोलकर मुर्ति दिखाई तब काईम ब्रांच की आस पास छुपी हुई टीम एवं थाना मस्तुरी के सउनि हेमन्त पाटले के टीम ने घेराबंदी कर युवराज और मोहताब को अपने कब्बे में लेकर कड़ाई से पुछताछ करना प्रारम्भ किया तो उक्त दोनों ने अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ पैसे के लालच में उक्त घटना घटित करना स्वीकार किया।
चार आरोपियो को मूर्ति लूट के अपराध में गिरफ्तार किया गया है, अतूल भार्गव गांव एवं घर से फरार मिला जिसकी तलाश जारी है। आरोपी युवराज एवं अतुल भार्गव थाना मस्तुरी में पहले भी अन्य मामलो में चालान हो चुके है।जप्ती सामान में 01 भगवान गणेश भांवर की खण्डित मूर्ति चार टुकडो में02 चांदी का मुकुट 31 टुकडो में03 एक चिडयामार पिस्टल एक सब्बल एवं घटना में प्रयुक्त दो मोटर सायकिल मिला है।एस.एस.पी. बिलासपुर श्रीमती पारूल माथुर के कुशल मार्गदर्शन में इस संवेदनशील मामले का पर्दाफास करने में अति०पुलिस अधीक्षक द्वय श्री राजेन्द जायसवाल, श्री राहूल देव शर्मा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मस्तुरी श्रीमती गरीमा द्विवेदी एवं मस्तुरी थाना प्रभारी श्रममी नुपूर उपाध्याय (परि० उपुअ.) एवं उनकी समस्त टीम साथ ही ए.सी.सी. यू. प्रभारी श्री हरविन्दर सिंह व उनकी समस्त टीम की उल्लेखनीय भूमिका रही है। इस मामले में आरोपियों का पता देने वालों के लिए ईनाम की घोषणा भी पूर्व में की जा चुकी है।