सीबीआई जांच कराने की मांग.…..
मुंगेली। सकल जैन समाज एवं विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त तत्वाधान में कर्नाटक के बेलगावी के चिकोड़ी गांव में हुए दिगंबर जैन मुनि काम कुमार नंदी जी की हत्या से लोगों में आक्रोश है। इसको लेकर मुंगेली में जैन समाज के साथ विश्व हिंदू परिषद ने रैली निकाली। मुनिश्री की हत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की। लोगों ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने जैन मुनि की हत्या की सीबीआई जांच से इनकार किया है। यह निर्णय गलत है।
बता दें कि बेलगाम जिले के चिक्कोड़ी इलाके में जैन मुनि 108 कामकुमार नंदी जी महाराज नंदी पर्वत आश्रम में पिछले 15 वर्षों से रह रहे थे। गुरुवार (6 जुलाई, 2023) को नंदी महाराज अचानक लापता हो गए। उनके शिष्यों ने पहले उन्हें अपने स्तर से खोजने का प्रयास किया लेकिन वो नहीं मिले। आखिरकार आश्रम के शिष्यों ने पुलिस में नंदी महराज की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस की छानबीन में उनके शव में कुछ टुकड़े बरामद हुए।
रैली निकालने के बाद सकल जैन समुदाय, विश्व हिंदू परिषद एवं विभिन्न संगठनों के लोग एडीएम कार्यालय पहुंचे। यहां मांग को लेकर ज्ञापन दिया। लोगों ने कहा कि कर्नाटक में सनातन धर्म विरोधी गतिविधियां बढ़ रही हैं। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के नाम सौंपे ज्ञापन और जैन मुनि कामकुमार नंदी महाराज की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की
समाज से अनूप जैन ने बताया है कि समाज ने घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है विश्व को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले जैन संत अपहरण उसके बाद हत्या उसे बाद पावन शरीर की टुकडे टुकडे कर अलग-अलग जगहों में फेका गया जिसके विरोध में आज मौन रैली निकालकर माननीय राष्ट्रपति एवं माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम ज्ञापन कलेक्ट्रेट परिसर में एडीएम को ज्ञापन सौंप कड़ी कार्यवाही की मांग की इसके साथ ही इस घटना की पुनरावृत्ति ना हो एवं साधु-संतों के लिए विशेष सुरक्षा का व्यवस्था की जाए ऐसी समाज में मांग रखी।
इस मौन रैली में मुख्य रुप से समाज से अनूप चंद बैद,सुभाष जैन,जेठमल कोटाडिया,कांतू लोढ़ा,विकास जैन,अनूप जैन,अशोक गोलछा,नवरतन कोठारी,सुनील चोपड़ा,नरेंद्र कोटडिया,अभय चोपड़ा,विनय लूनिया,अरुण कोटडिया,कमल कोठारी,नीरज चोपड़ा,संदीप जैन,दुलीचंद छाजेड़ विश्व हिंदू परिषद से दिनेश सोनी,यशवंत ठाकुर,ब्रम्हदत्त त्रिपाठी,दीपक सोनकर एवं साथी गण उपस्थित रहे।
विश्व हिंदू परिषद ने की आरोपितों को फाँसी देने की माँग
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महा मंत्री मिलिंद परांडे ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है, “दुनिया को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले पूज्य जैन आचार्य का अपहरण और उसके बाद जिहादियों द्वारा उनके पवित्र शरीर के टुकड़े-टुकड़े करना राज्य में कॉन्ग्रेस सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का परिणाम है। जैन मुनि पिछले 15 वर्षों से आनंद पर्वत पर रहकर स्थानीय समाज की सेवा कर रहे थे। प्रदेश की नई सरकार के मंत्री गोहत्या विरोधी और धर्मांतरण विरोधी कानून हटाने की बात कर रहे हैं। इसके बाद से ही धर्म द्रोही और राष्ट्र विरोधी ताकतों का दुस्साहस बढ़ गया है।”
उन्होंने यह भी कहा है, “समाज में कलंक बने इन आरोपितों पर अंकुश लगाकर आरोपितों और उनके साथियों को जल्द से जल्द फाँसी की सजा दी जानी चाहिए। सरकार की हिंदू विरोधी नीति के कारण राज्य में साधु और समाज के लोग सुरक्षित नहीं हैं। इस्लामिक जिहादी व कट्टरपंथी छुट्टे घूम रहे हैं। कॉन्ग्रेस सरकार को हिंदू जैन समाज से माफी माँगते हुए अपनी हिंदू द्रोही मानसिकता से बाहर आना चाहिए।”