मुंगेली : कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार जिले में 14 जनवरी से 30 जनवरी तक पशु कल्याण पखवाड़ा मनाया गया। इस पखवाड़े के दौरान सड़क दुर्घटनाओं से जनहानि और पशुहानि को कम करने के लिए घूमन्तू पशुओं में रेडियम बेल्ट लगाया गया। इस कार्य में ट्रैफिक थाना मुंगेली और स्थानीय लोगों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।





पखवाड़े के अंतर्गत जिले में 06 पशु चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 83 पशुओं का उपचार, 272 कृमिनाशक दवाइयां दी गईं, 395 औषधि विवरण जारी किए गए, 20 बधियाकरण और 09 टीकाकरण किए गए।
शिविर में स्वसहायता समूह की महिलाओं को गोबर खाद और गौमूत्र के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही पशु सखियों को सामान्य पशु चिकित्सा जानकारी और पालीथीन बैग के उपयोग को रोकने के लिए जागरूक किया गया।।

पखवाड़े के समापन पर 30 जनवरी को विकासखंड मुंगेली के ग्राम खेढ़ा के शासकीय प्राथमिक स्कूल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पशु विभाग के उपसंचालक डॉ. आर. एम. त्रिपाठी ने छात्रों को पशु क्रूरता के बारे में जानकारी दी, जिसमें दुधारू पशुओं को आक्सीटोसिन का इंजेक्शन लगाकर दूध निकालना, सवारी ढोने वाले बैल व भैंसों पर अधिक वजन लादना, पशुओं को बंधक रखना, और अन्य क्रूरता के कृत्यों पर चर्चा की। उन्होंने पशु क्रूरता के संबंध में कानूनी सजा के प्रावधानों के बारे में भी बताया।
इस कार्यक्रम में पांच प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। अतिरिक्त उपसंचालक डॉ. डी के सारस्वत ने दुधारू पशुओं के पालन-पोषण, दूध की उपयोगिता और दूध में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दी। अतिरिक्त उपसंचालक डॉ. शत्रुहन सिंह ने रैबिज बीमारी के बारे में बताया और कुत्ते के काटने पर मनुष्य और पशु को होने वाले खतरे तथा बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और स्कूल के प्रधानपाठक और स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।