सरगुजा। अंबिकापुर में राहुल बनकर जबरदस्ती शादी करने की कोशिश करने वाले नूर आलम के खिलाफ पुलिस ने मानव तस्करी का केस दर्ज किया है। नूर अपना नाम बदलकर युवती को धोखा दे रहा था। नूर आलम ने युवती को अपना नाम राहुल सिंह बताया था। नूर ने युवती को नौकरी का झांसा देकर अंबिकापुर बुलाया था, फिर राहुल बनकर शादी के एफिडेविट पर लड़की के जबरदस्ती हस्ताक्षर भी ले लिए। नूर का कहना था कि गुजरात में अकेली लड़की को कमरा नहीं मिलता है। नूर युवती को धोखे में रखकर मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने आया था। इस बात का जब खुलासा हुआ तो कोर्ट परिसर में हंगामा शुरू हो गया। लोगों ने नूर को जमकर पीटा। बताया जा रहा है कि आरोपी नूर चार बच्चों का पिता है। उसकी उम्र 46 साल है।
जानकारी के मुताबिक पीड़िता कुछ साल पहले रायपुर स्थित दवा कंपनी में काम करती थी। यहां पर उसकी मुलाकात शर्मीली नेताम नाम की लड़की से हुई थी। दोनों की काफी अच्छी दोस्ती थी। पीड़िता ने कुछ समय तक दवा कंपनी में काम किया था, फिर उसने ये जॉब छोड़ दी थी। हालांकि शर्मीली से उसकी लगातार बात होती रहती थी। इसी दौरान शर्मीली ने पीड़िता को गुजरात की एक कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर उसकी बातचीत अंबिकापुर के एक युवक से कराई। आरोपी युवक ने पीड़िता को अपना झूठा नाम बताया। आरोपी का नाम नूर था, लेकिन पीड़िता को उसने अपना नाम राहुल बताया था। नौकरी के लिए पीड़िता अपनी दोस्त शर्मीली के साथ अंबिकापुर पहुंच गई।
युवती जब अंबिकापुर पहुंची तो आरोपी नूर ने उससे कहा कि गुजरात में अकेली लड़की को रूम नहीं मिलेगा, इसलिए वह शपथ पत्र देकर उससे शादी कर ले। इस पर युवती ने इससे इनकार कर दिया। आरोप है कि नूर और शर्मीली ने उससे प्रेशर में आकर शपथ पत्र में हस्ताक्षर करा लिया था। जिस समय कोर्ट मैरिज के लिए दस्तावेज बनाए जा रहे थे, उस समय युवती ने देखा कि आरोपी का नाम राहुल की जगह नूर आलम लिखा जा रहा है। ये देखकर युवती के होश उड़ गए। उसने वहीं पर ही हंगामा कर दिया। वहीं सूचना मिलते ही पुलिस ने दोनों आरोपी नूर और शर्मीली को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी राहुल सिंह उर्फ नूर आलम खान और पीड़िता को लेकर आई युवती शर्मीली नेताम के खिलाफ धारा 370, 417 व 120 बी के तहत मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है। युवक नूर आलम और युवती शर्मीली नेताम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।