बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाला है. चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस में बगावत जारी है. इस बीच कसडोल विधानसभा से टिकट न मिलने पर साहू समाज के गोरेलाल साहू ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. इससे कसडोल विधानसभा प्रत्याशी संदीप साहू की राह आसान दिखाई नहीं पड़ रही है. अब उनके सामने उन्हीं के समाज और पांच बार के सरपंच व वर्तमान समय में जिला पंचायत सभापति गोरेलाल साहू ने नामांकन पत्र खरीदकर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.गोरेलाल साहू ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि संदीप साहू स्थानीय नहीं है और कसडोल विकासखंड के भी नहीं है, जबकि कसडोल क्षेत्र और समाज के लोग हमेशा से ही स्थानीय कसडोल विधानसभा क्षेत्र के ही निवासी को टिकट देने की मांग करते आ रहे हैं. पिछले बार भी इसी मुद्दे पर हमने संघर्ष किया था, तब शकुन्तला साहू को टिकट मिला और प्रचंड बहुमत से विजयी हुई. वहीं इस बार हम पर बाहरी व्यक्ति को थोपा जा रहा है, जिसकी वजह से क्षेत्र की जनता की मांग पर मैंने नामांकन फार्म लिया है और निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मैं और मेरा पूरा परिवार शुरू से ही क्षेत्र की जनता की सेवा कर रहे हैं. इसकी वजह से क्षेत्रवासियों की मांग पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया हूं. बता दें कि संदीप साहू का शुरू से क्षेत्र में विरोध हो रहा था पर अंततः उन्हें कांग्रेस से टिकट मिला है और गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने उन्होंने नामांकन दाखिल किया है.वहीं संदीप साहू ने पत्रकारों के पैराशूट प्रत्याशी वाले सवाल पर कहा कि यह भ्रम है, मैं पढ़ाई के लिए बाहर गया था और अब वापस आ गया हूं. मैं इसी क्षेत्र का हूं मेरी मां भी यही की है.उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में मतदान होना है. पहले फेज में 7 नवंबर को 20 सीटों पर वोटिंग होगी. बाकी सीटों पर 17 नवंबर को मतदान होगा. वहीं चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को आएगा.