शालू जिन्दल को सीएसआर टाइम्स लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड,सामाजिक-आर्थिक विकास में अभूतपूर्व योगदान के लिए नई दिल्ली में किया गया सम्मानित

रायपुर। अग्रणी समाजसेवी और जेएसपी फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल को विविध सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के वंचितों और जरूरतमंदों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान में उत्कृष्ट और सकारात्मक योगदान के लिए प्रतिष्ठित सीएसआर टाइम्स लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड-2023 से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली में आज आयोजित राष्ट्रीय सीएसआर शिखर सम्मेलन-2023 में श्रीमती शालू जिन्दल ने उज्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखातोव, मेजर जनरल रविन्द्र सिंह, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य ले. जनरल (अवकाशप्राप्त) सैयद अता हसनैन, सीएसआर टाइम्स के कार्यकारी संपादक रवि शंकर और संपादक हरीश चंदर के करकमलों से यह सम्मान प्राप्त किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री एस.पी.एस. बघेल मुख्य अतिथि थे। समारोह में अनेक बड़ी कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
पुरस्कार प्राप्त करने के उपरांत श्रीमती जिन्दल ने कहा, ” लोगों के सामाजिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए किये गए मेरे प्रयासों को आज जो मान्यता मिली है, उसके लिए मैं बेहद आभारी हूं। इस मंच ने मुझे और अधिक सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।” उन्होंने कहा, “एक देश के रूप में हम निश्चित रूप से आगे बढ़ रहे हैं और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। मैं सीएसआर को एक ऐसे अवसर के रूप में देख रही हूं, जो समाज के दलितों-वंचितों और जरूरतमंदों के उत्थान के लिए किये जा रहे प्रयासों की इस यात्रा को अधिक उत्तरदायी और न्यायसंगत बनाएगा।”
गौरतलब है कि जेएसपी फाउंडेशन की चेयरपर्सन का दायित्व निभाने के साथ-साथ व्यक्तिगत रूप से भी श्रीमती शालू जिन्दल ने देश के लगभग एक करोड़ लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए निरंतर अपनी अटूट प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और समाज के वंचित वर्गों के सशक्तिकरण में तेजी लाने के उनके प्रयासों ने उन्हें लोगों के लिए आशा और प्रेरणा की किरण बना दिया है। समाज सेवा के क्षेत्र में उन्होंने अन्य संस्थाओं के समक्ष एक आदर्श स्थापित किया है।
उनके नेतृत्व में जेएसपी फाउंडेशन ने वंचितों के लिए शिक्षा से लेकर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। किशोरी एक्सप्रेस जैसे कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने लाखों बेटियों को एनीमिया और कुपोषण के दुष्चक्र से बाहर निकाला है।
श्रीमती शालू जिन्दल तीन लाख से अधिक महिलाओं, किसानों और छात्राओं को पूरे सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करने के लिए उन्हें सक्षम व सशक्त बनाने और राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान सुनिश्चित करने के लिए बहुआयामी शिक्षा, स्वास्थ्य एवं आजीविका कार्यक्रम चला रही हैं।
सामाजिक कार्यों के अलावा श्रीमती जिन्दल अंतरराष्ट्रीय स्तर की कुचिपुड़ी नृत्य विशेषज्ञ हैं। वे वैश्विक मंचों पर भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने में भी योगदान कर रही हैं। वे राष्ट्रीय बाल भवन की चेयरपर्सन और यंग फिक्की की संस्थापक चेयरपर्सन रही हैं। अभी वे छत्तीसगढ़ के अग्रणी विश्वविद्यालय ओपी जिन्दल यूनिवर्सिटी की चांसलर हैं। उन्होंने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, जिनमें लंदन में गोल्डन पीकॉक पुरस्कार, महात्मा गांधी पुरस्कार और सिंगापुर में सीएमओ एशिया का एकलव्य पुरस्कार शामिल है।
सीएसआर टाइम्स ने जेएसपी फाउंडेशन को भी दो श्रेणियों में सम्मानित किया है। इनमें हेल्थकेयर और जिन्दल आशा, जिसमें विशेष जरूरतों वाले 5000 से अधिक बच्चों के पुनर्वास का प्रयास और ओडिशा, छत्तीसगढ़, दिल्ली व उत्तर प्रदेश स्थित बुजुर्ग देखभाल केंद्रों में 1200 से अधिक वरिष्ठ नागरिकों की सेवा शामिल है। सीएसआर हेड प्रशांत होता ने ये दोनों सम्मान प्राप्त किये।

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