मुनव्वर हॉस्पिटल में एडमिट हैं। उनका परिवार उन्हीं की देखरेख के लिए हॉस्पिटल में मौजूद था। इसी का चोरों ने फायदा उठाया है और गहने लेकर रफूचक्कर हो गए। फिलहाल चोरों की तलाश जारी है। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध साहित्यकार और उर्दू शायर मुनव्वर राणा के आवास से आभूषण चोरी की सूचना मिली। रिपोर्ट के मुताबिक, उनके फ्लैट के एक रूम से उनकी बेटी के सारे गहने चोरी हो गए हैं। इसकी शिकायत पुलिस में कराई गई है। दावा किया जा रहा है कि 40 लाख रुपये की चोरी हुई है। घटना उस वक्त हुई है जब घर पर कोई मौजूद नहीं था। दरअसल, मुनव्वर हॉस्पिटल में एडमिट हैं। उनका परिवार उन्हीं की देखरेख के लिए हॉस्पिटल में मौजूद था। इसी का चोरों ने फायदा उठाया है और गहने लेकर रफूचक्कर हो गए। फिलहाल चोरों की तलाश जारी है।
बेटी फ़ौज़िया के हैं गहने
राणा की बेटी, फ़ौज़िया राणा, बिहार में अपने ससुराल से अपने सभी आभूषणों के साथ लौटी थी, और कुछ दिन पहले उन्हें अपने स्टोर रूम में एक बैग में रखा था। हालांकि, जब गुरुवार को उसने अपने आभूषण चेक किए तो पाया कि बैग और सभी आभूषण के डिब्बे खाली थे। हुसैनगंज पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर, जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि शिकायतकर्ताओं पर कोई संदेह नहीं है, और जबकि चोरी हुए आभूषणों का मूल्यांकन अभी नहीं किया गया है, इसकी कीमत कई लाख होने की संभावना है। चोरी की शिकायत पर कंप्लेंट दर्ज कर ली गई है और सीसीटीवी फुटेज और लोगों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
लंबे समय से बिमार
गौरतलब है कि मुनव्वर राणा लंबे समय से बिमार चल रहे हैं। वो प्रसिद्ध शायर और कवि हैं। उर्दू और हिंदी के अलावा अवधी भाषा में भी उनकी पकड़ मजबूत है। मुनव्वर राणा का जन्म 1952 में भारत के उत्तर प्रदेश के रायबरेली में हुआ था, लेकिन उन्होंने अपना अधिकांश जीवन कोलकाता, पश्चिम बंगाल में बिताया। उनकी कविता को भारतीय दर्शकों के लिए सुलभ बनाता है और गैर-उर्दू क्षेत्रों में आयोजित कवि सम्मेलनों में उनकी लोकप्रियता को बताता है। मुनव्वर ने कई ग़ज़लें प्रकाशित की हैं। उनकी लेखन की एक अलग शैली है। उनके अधिकांश शेरों (दोहों) में उनके प्रेम का केंद्र बिंदु माँ हैं।