सनातन धर्म में कार्तिक मास के आरंभ होते ही कई सारे व्रत त्योहार शुरू हो जाते हैं यही कारण हे कि इस महीने को बेहद खास माना गया है। इस बार कार्तिक मास का शुभारंभ 29 अक्टूबर दिन रविवार से हो चुका है और समापन 27 नवंबर को हो जाएगा। ऐसे में इस पावन महीने में दिवाली जैसे प्रमुख पर्व भी मनाई जाते हैं दिवाली का त्योहार पूरे पांच दिनों तक चलता है जिसमें पहले दिन धनतेरस, दूसरे दिन नकर चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली, तीसरे दिन बड़ी दिवाली, चौथे दिन गोवर्धन पूजा या अन्नकूट, पांचवे दिन भाई दूज और यम द्वितीया का त्योहार धूमधाम के साथ देशभर में मनाया जाएगा। दिवाली के शुभ दिन पर लोग श्री गणेश और माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से देवी मां की सदा कृपा बनी रहती है ऐसे में आज हम आपको धनतेरस से लेकर यम द्वितीया यानी पांच दिवसीय दिवाली पर्व की सही तरीख बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
पांच दिवसीय पर्व की सही तारीख—
आपको बता दें कि दिवाली का शुभारंभ धनतेरस से हो जाता है जिसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है। इस बार धनतेरस का त्योहार 10 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन बर्तन, धातु व आभूषण खरीदने की विशेष परंपरा है। वही दूसरे दिन नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है इसे रूप चौदस और काली चौदस के नाम से भी जाना जाता है इस बार यह पर्व 11 नवंबर को मनाया जाएगा। इसके अलावा तीसरे दिन दिवाली का प्रमुख पर्व मनाया जाता है जो कि इस बार 12 नवंबर को पड़ रहा है इस दिन लक्ष्मी गणेश की विशेष पूजा होती है। चौथे दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजा किया जाता है जो कि इस साल 14 नवंबर को पड़ रही है। वही पांचवे और आखिरी दिन भाई दूज या यम द्वितीया का तयोहार मनाते हैं जो कि इस साल 15 नवंबर को मनाया जाएगा।