राज्य के विकास में कोयला उद्योग की भूमिका एवं सहयोग पर हुई चर्चा





एसईसीएल दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में राज्य के विकास में कोयला उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तृत चर्चा हुई।

बैठक में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में राज्य शासन से सहयोग, पर्यावरणीय स्वीकृति, तथा पुनर्वास और पुनर्स्थापन स्थलों के विकास से जुड़े विषयों पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में छत्तीसगढ़ में क्रिटिकल मिनरल्स (महत्वपूर्ण खनिजों) के विकास पर भी जोर दिया गया।

इस महत्वपूर्ण बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्य सचिव अमिताभ जैन, कोयला मंत्रालय की अपर सचिव रूपिंदर बरार, संयुक्त सचिव बी.पी. पति, कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी.एम. प्रसाद, एसईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक हरीश दुहन तथा केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
इससे पूर्व, रेड्डी ने एसईसीएल की प्रमुख सीएसआर योजना ‘SECL के सुश्रुत’ के तहत निशुल्क नीट कोचिंग प्राप्त करने के पश्चात एमबीबीएस कोर्स में पढ़ रहे विद्यार्थियों से मुलाकात की। इस योजना के अंतर्गत कोल बेल्ट क्षेत्र के मेधावी छात्रों को निशुल्क आवासीय कोचिंग प्रदान की जाती है। मंत्री ने उनकी सराहना करते हुए कहा कि सरकार युवाओं को शिक्षा के माध्यम से सशक्त करने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है।

रायपुर स्थित श्री सत्य साई संजीवनी अस्पताल में ‘एसईसीएल की धड़कन’ योजना से लाभान्वित बच्चों और उनके परिवारों से भी मंत्री ने संवाद किया। इस योजना के तहत बच्चों को जन्मजात हृदय रोग (CHD) के इलाज व सर्जरी की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराई जाती है।
मंत्री ने इस जीवनरक्षक पहल की सराहना की और कहा कि कोयला कंपनियां अपने परिचालन क्षेत्रों में स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए कृतसंकल्पित हैं।