15 बार ग्रामीणों ने किया आंदोलन: सौ एकड़ सरकारी जमीन पर दबंगों ने बोया धान 400 ग्रामीणों ने फसल काटी, संघर्ष में 4 घायल

भैयाथान/ सूरजपुर जिले के बसदेई चौकी के ग्राम पंचायत जूर में 100 एकड़ शासकीय भूमि पर लगी धान की फसल काटने को लेकर ग्रामीणों और 10 दबंगों के बीच विवाद हो गया। इसके बाद दबंगों ने सात ग्रामीणों पर हमला किया और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने हमला करने के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

हमले में सुरेंद्र और सुरेश साहू के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। तीन अन्य ग्रामीणों के साथ दो महिलाएं भी घायल हुई हैं। घटना से गांव में तनाव का माहौल है। गांव में 90 से अधिक पुलिस तैनात किए गए है। गांव में बाहरी लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

दरअसल, 25 साल पहले भैयाथान से सटे जूर गांव के गोचर मद की 100 एकड़ शासकीय भूमि पर गांव के ही 10 दबंगों ने कब्जा किया। धीरे-धीरे उसमें खेती करने लगे। साथ ही घर भी बना लिया। इससे गांव का चारागाह खत्म हो गया। ग्रामीणों को मवेशियों को चराने में परेशानी होने लगी।

इसके बाद उन्होंने इसका विरोध किया। कुछ दिन बाद राजस्व विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर दबंगों ने फर्जी तरीके से पट्‌टा बनवा लिया। इसके विरोध में करीब 15 से ज्यादा बार ग्रामीणों ने आंदोलन किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ।

कलेक्टर को दिया था आवेदन

20 दिन पहले ग्रामीणों ने कलेक्टर को कब्जा हटवाने आवेदन देने के साथ फसल काट लेने की चेतावनी दी थी, कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार को गांव में धान काटकर घर ले जाने की मुनादी कराई गई। मंगलवार सुबह 400 ग्रामीण शासकीय भूमि पर दबंगों द्वारा लगाए धान को काटने पहुंचे। शाम होते होते लोगों ने 100 एकड़ में लगा धान काट लिया। इसके बाद दबंगों ने ग्रामीणों से मारपीट की।

सरपंच ने अनशन किया था

ग्रामीणों को पता चला कि फर्जी पट्टा बनवाकर शासकीय भूमि पर दबंगों ने कब्जा किया है, तो उन्होंने विरोध किया। मामला तहसील कोर्ट, एसडीएम कोर्ट के साथ कलेक्ट्रेट कोर्ट में भी चला, पर कब्जा नहीं हटा। सरपंच सुंदर सिंह ने बेजाकब्जा हटाने की मांग लेकर आमरण अनशन किया।

इधर, मामला बढ़ता देख दबंगों ने जमीन को अपना बताने बिलासपुर हाई कोर्ट में अपील की। कोर्ट में होने से प्रशासन के अधिकारी भी मामले में कार्रवाई नहीं कर रहे है। गांव में तनाव की स्थिति बनते देखकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए। पर पुलिस गाड़ी में बैठी रही। मामला शांत कराने पटवारी ओमप्रकाश नेताम भी पहुंचे। गुस्साए लोगों ने पटवारी का ही कॉलर पकड़ लिया और धक्कामुक्की की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *