राष्ट्रपति पद के लिए आज वोटिंग: ट्रम्प और कमला में से कौन बनेगा अगला राष्ट्रपति, कुछ घंटों में तय होगा

वॉशिंगटन/ अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश आज अपने 47वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट करेगा। राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस के बीच सीधा मुकाबला है।

कमला हैरिस फिलहाल अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं, वहीं डोनाल्ड ट्रम्प 2017 से 2021 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं। इस साल हो रहे चुनाव में अब तक करीब 7.5 करोड़ यानी 37% वोटर्स पहले ही पोस्टल वोटिंग के जरिए वोट कर चुके हैं।

आज होने वाली वोटिंग में करीब 60% वोटर्स हिस्सा ले सकते हैं।

अमेरिका के 95% इलाकों में बैलट पेपर या बैलट मार्किंग डिवाइस से वोटिंग होती है।

अमेरिका के 95% इलाकों में बैलट पेपर या बैलट मार्किंग डिवाइस से वोटिंग होती है।

कैसे होगी वोटों की गिनती और कब आएंगे नतीजे

अमेरिकी समय के मुताबिक 5 नवंबर शाम 7 बजे तक (भारतीय समयानुसार 6 नवंबर सुबह 4:30 बजे) वोटिंग पूरी हो जाएगी। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। आमतौर पर वोटिंग के 1 दिन बाद नतीजे आ जाते हैं।

2020 में हुए चुनाव में वोटिंग के 4 दिन बाद नतीजे सामने आ पाए थे। दरअसल कोविड 19 के चलते करीब 60% लोगों ने मेल के जरिए वोटिंग की थी। इससे वोटों की गिनती में अधिक समय लग गया था। इस बार चुनावी नतीजे 1 से 2 दिन में आ सकते हैं।

गिनती के वक्त उम्मीदवारों के बीच वोटों का अंतर अधिक होने से नतीजे जल्द आते हैं। अगर किसी राज्य में दोनों उम्मीदवारों के बीच 50 हजार से अधिक वोटों का अंतर है और गिनती करने के लिए सिर्फ 20 हजार वोट ही बचे हैं, तो आगे चल रहे उम्मीदवार को जीता हुआ घोषित कर दिया जाता है। इससे नतीजे जल्द आने में मदद मिलती है।

अगर दोनों के बीच जीत का अंतर कम रहता है तो अमेरिकी कानून के मुताबिक नतीजों को पुख्ता करने के लिए दोबारा गिनती की जाएगी।

दोबारा गिनती करने की स्थिति में नतीजे आने में अधिक समय लग सकता है।

दोबारा गिनती करने की स्थिति में नतीजे आने में अधिक समय लग सकता है।

राष्ट्रपति चुनाव में प्रमुख मुद्दे

2024 में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में 2 प्रमुख मुद्दे हैं। इनमें इमिग्रेशन और अबॉर्शन शामिल हैं। एक-एक कर इन्हें समझते हैं…

इमिग्रेशन: अमेरिकी चुनाव में इमिग्रेशन यानी प्रवासियों का देश में आना एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। 2000-10 तक अमेरिका में 1.4 करोड़ प्रवासी पहुंचे थे। इनमें से 10 लाख प्रवासियों को अमेरिका की नागरिकता भी ले चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा चीन, भारत, मेक्सिको और फिलीपींस के लोग थे।

दूसरी तरफ देश में अवैध तरह से दाखिल हुए अप्रवासियों को रोकने के लिए 3200 किमी लंबे मेक्सिको-अमेरिका बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी गई। साथ ही यहां बैरियर भी लगाए गए।

रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अप्रवासियों को राक्षस और जानवर तक कहा था। ट्रम्प ने वादा किया है कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो अमेरिकी नागरिकों की हत्या करने वाले अप्रवासियों को मौत की सजा दी जाएगी।

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