जवान’ से पहले भी शाहरुख के साथ नजर आ चुके हैं योगी बाबू, क्या आपको याद है उनका मजेदार सीन?

साल की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक ‘जवान’ थिएटर्स में रिलीज होने को तैयार है. फिल्म का ट्रेलर हाल ही में आया और इसमें शाहरुख खान का एकदम डिफरेंट अवतार देखकर जनता दंग रह गई. ट्रेलर देखने के बाद फिल्म का क्रेज ऐसा हो गया है कि एडवांस बुकिंग में ‘जवान’ के टिकट तेजी से बिक रहे हैं. शाहरुख का होना तो ‘जवान’ की सबसे बड़ी बात है ही, लेकिन उनके साथ फिल्म की कास्ट में नजर आ रहे बाकी नाम एक बहुत तगड़ा कॉम्बिनेशन हैं. कास्टिंग के मामले में ‘जवान’ एक पक्की पैन-इंडिया फिल्म है. इसमें बॉलीवुड और साउथ के बेहतरीन एक्टर्स साथ आ रहे हैं. शाहरुख के साथ लीड रोल में नयनतारा हैं और विलेन का किरदार विजय सेतुपति निभा रहे हैं. ये दोनों ही नाम साउथ की इंडस्ट्रीज में बहुत बड़े हैं. इनके साथ तमिल सिनेमा का एक और बहुत पॉपुलर एक्टर ‘जवान’ की कास्ट में जुड़ा हुआ है- योगी बाबू. 

हिंदी ट्रेलर में कटा योगी बाबू का सीन 
‘जवान’ का ट्रेलर तो आपने जरूर ही देखा होगा. और पूरा चांस है कि कई बार देख चुके होंगे. लेकिन फिल्म के हिंदी ट्रेलर में आपको योगी बाबू नहीं नजर आए होंगे. जबकि तमिल और तेलुगू ट्रेलर में उनका एक सीन है. इसमें वो वन-लाइनर बोलते नजर आ रहे हैं. हिंदी ट्रेलर में इस सीन की जगह एक्टर एजाज़ खान का सीन है, जिसमें वो पूछ रहे हैं- है कौन तू? हिंदी ट्रेलर में योगी बाबू का सीन कटने के पीछे क्या मिस्ट्री है, ये तो फिल्म आने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन योगी बाबू का ‘जवान’ में होना सिनेमा फैन्स के लिए एक मजेदार बात है. जल्द ही अपने करियर में वो 200 फिल्में पूरी करने को तैयार बाबू को उनकी जबरदस्त कॉमेडी के लिए पहचाना जाता है. तमिल इंडस्ट्री में उनका नाम लीडिंग कॉमेडियन्स में शामिल है.योगी बाबू का फिल्म में होना ही फैन्स के लिए मजेदार मोमेंट्स की गारंटी होती है. इसलिए ‘जवान’ में उन्हें देखने के लिए जनता इंतजार कर रही है. लेकिन ‘जवान’ असल में योगी बाबू की पहली हिंदी फिल्म नहीं है. क्या आप जानते हैं कि वो पहले भी एक बॉलीवुड फिल्म में नजर आ चुके हैं और वो भी शाहरुख के ही साथ?

जब योगी बाबू ने ‘हिंदी’ बोलकर थिएटर में लगवा दिए ठहाके


‘जवान’ से पहले शाहरुख की 2013 में आई फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में तगड़ा साउथ कनेक्शन था. फिल्म में शाहरुख का किरदार राहुल, एक लड़की की मदद करने के चक्कर में तमिलनाडु के एक गांव में जा पहुंचता है और वहां उसके साथ जो कुछ होता है, उससे फिल्म बहुत मजेदार बन गई थी. कहानी में एक मौके पर शाहरुख का किरदार भागने के चक्कर में एक नाव पर जा पहुंचता है. ये नाव अवैध तरीके से भारत के समंदर में घुसी होती है और इसपर जो लोग हैं वो श्रीलंकाई स्मगलर हैं. 

‘चेन्नई एक्सप्रेस ‘ के शूट से शाहरुख खान, योगी बाबू की पुरानी तस्वीर (क्रेडिट: सोशल मीडिया)

पुलिस जब नाव को कब्जे में लेती है तो साथ में राहुल भी पकड़ा जाता है. नाव पर जो लोग मौजूद हैं, उनमें से एक का किरदार योगी बाबू ने निभाया था. तमिल से दूर-दूर तक कोई कनेक्शन न रखने वाला एक पक्का उत्तर भारतीय राहुल, पुलिस से कहता है कि उसका इन लोगों से कोई कनेक्शन नहीं है. जबकि योगी बाबू कहते हैं कि ये लड़का भी उनकी ही गैंग से है, इसे न छोड़ा जाए. पुलिस को कन्विंस करने की कोशिश करता हुआ राहुल कहता है कि वो तो इंडियन है और हिंदी बोलता है. यही वो मोमेंट है जब योगी बाबू ने सिर्फ एक सीन में अपना कमाल स्क्रीन पर दिखा दिया था. वो कहते हैं कि हिंदी तो वो भी बोल लेता हैं, उसमें कौन सी बड़ी बात है. वो पुलिस के सामने बोलकर दिखाते हैं- ‘हिंदी!’ और कहते हैं कि राहुल उनका ही आदमी है. जवाब में शाहरुख कहते हैं- ‘हां… और तू मेरी औरत है’! रोहित शेट्टी की चेन्नई एक्सप्रेस में कॉमेडी की भरमार थी, लेकिन ये एक छोटा सा सीन बहुत मजेदार होने के साथ-साथ बहुत सॉलिड भी था. इस सीन में राहुल के जरिए, हिंदी भाषी उत्तर भारतीयों में बने इस स्टीरियोटाइप को दिखाया गया है कि तमिल बोलने वालों को तो हिंदी आती ही नहीं. और इस तरह से सोचना कभी-कभी कितनी बड़ी मुश्किल पैदा कर सकता है. यहां देखिए ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ से शाहरुख और योगी बाबू का मजेदार सीन:

हिंदी से योगी बाबू का खट्टा-मीठा रिश्ता


योगी बाबू के पिता आर्मी में थे और इसलिए उनका बचपन, परिवार के साथ देशभर में कई अलग-अलग जगह बीता. उन्होंने जम्मू में पढ़ाई भी की है. बचपन के इस अनुभव से ही वो हिंदी भी बोल-समझ लेते हैं. उन्होंने सिर्फ हिंदी फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में ही नहीं, बल्कि अपनी कुछेक तमिल फिल्मों में भी हिंदी-तमिल स्टीरियोटाइप पर तंज करती कॉमेडी की है. इसी साल रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘मावीरन’ में भी उनका किरदार कुछ ऐसा ही था. उन्होंने दिहाड़ी पर काम करने वाले एक कंस्ट्रक्शन लेबर का किरदार निभाया था, जिसे काम नहीं मिलता. फिल्म में ये सिचुएशन है कि सरकार की तरफ से झुग्गी बस्ती के लोगों को पक्के फ्लैट्स दिए गए हैं, जिनकी क्वालिटी बहुत खराब है. लोगों के शिफ्ट होते ही, पहले ही दिन से छतों से प्लास्टर नीचे गिरने लगता है.

‘मावीरन’ में योगी बाबू, शिवा कार्तिकेयन

बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी इस समस्या से पल्ला झाड़ने के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को मेंटेनेंस का ठेका देना चाहती है, जो उत्तर भारतीय हो. ताकि कुछ भी होने पर उसपर दोष मढ़कर फंसाया जा सके और ये एंगल पॉलिटिक्स के भी काम आए. काम के लिए जूझ रहा योगी बाबू का किरदार, हिंदी के 4 शब्द बोलकर ये कॉन्ट्रैक्ट पाने में कामयाब हो जाता है. लेकिन वो हिंदी में बनवाया गया एग्रीमेंट नहीं पढ़ पाता और फंस जाता है. ‘मावीरन’ में इस सिचुएशन पर योगी बाबू की कॉमेडी बहुत मजेदार है. अब ‘जवान’ में शाहरुख के साथ आ रहे योगी बाबू क्या किरदार निभा रहे हैं, ये अभी सामने नहीं आया है. तमिल-तेलुगू ट्रेलर में वो नजर तो आ रहे हैं मगर ऑफिशियली ये भी जानकारी सामने नहीं आई है कि उनका सिर्फ एक कैमियो है या ठीकठाक लंबा रोल. मगर इतना तय है कि अगर वो एक सीन के लिए भी फिल्म में हैं, तो कुछ ऐसा करते नजर आएंगे, जो ऑडियंस को थिएटर्स से निकलकर भी याद रहेगा.

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