नई दिल्ली(अरविन्द तिवारी)। हम उस स्टेज पर हैं जहां कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बारे में बात हो रही है। तीसरी लहर वाकई हम सबके लिये , देश के लिये एक गंभीर चिंता का विषय है। नये मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों को कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को रोकने के लिये सक्रिय उपाय करने की आवश्यकता है। जिन राज्यों में कोरोना मामले बढ़ रहे हैं , उन्हें अग्रिम रूप से आवश्यक ऐहतियात लेते हुये तीसरी लहर की किसी भी आशंका को रोकना होगा।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोनावायरस की स्थिति को लेकर आज छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअली बैठक को संबोधित करते हुये कही। कोरोना के तीसरी लहर की आशंका से पहले केन्द्र सरकार लगातार राज्यों से संपर्क कर रही है। इसी कड़ी में आज पीएम ने छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना की स्थिति पर चर्चा की। देश में कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के साथ तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है , अगर स्थिति नियंत्रित नही हुई तो हालात बेकाबू हो जायेंगे। सभी राज्य सरकारों ने इस संकट के वक्त एक-दूसरे से सीखने का प्रयास किया है। लम्बे समय तक लगातार केसेस बढ़ने से नये नये वेरिएंट का खतरा बढ़ जाता है। पीएम ने आगे कहा कि माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर हमें विशेष ध्यान देना होगा। जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है , जहां से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं वहां उतना ही ज्यादा फोकस भी होना चाहिये। देश के सभी राज्यों को नये आईसीयू बेड्स बनाने , टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और दूसरी सभी जरूरतों के लिये फंड उपलब्ध करवाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने हाल ही में 23 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का एमर्जन्सी कोविड रेस्पोंस पैकेज भी जारी किया है। प्रधानमंत्री ने पर्यटन स्थलों पर लोगों की जुट रही भीड़ को लेकर जिस तरह से चिंता जताते हुये कहा कि तीसरी लहर से बचने के लिये सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। वहीं हम गांव से लेकर शहरों तक के दृश्य देखें तो बहुत से लोगों ने दो गज की दूरी को तो बिल्कुल कम कर दिया है और कोरोना से लड़ने में सबसे जरूरी चीज मास्क से दूरी बना ली है। पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए पूरी तैयारी करनी होगी। पिछले दो हफ्तों में यूरोप के देशों में कोरोना बढ़ रहे हैं , अमेरिका में भी मामले बढ़ रहे हैं जो हमारे लिये चेतावनी है। सार्वजनिक जगहों पर भीड़ बढ़ने पर भी पीएम ने चिंता जताते हुये इसे रोकने की अपील की।इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी ने कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इस दौरान पीएम ने कहा था कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म , व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है लेकिन हिल स्टेशंस में , मार्केट्स में बिना मास्क पहने , भारी भीड़ उमड़ना ठीक नहीं है। आज हुई बैठक में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन , आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी , कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी०एस० येद्दियुरप्पा , ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक , महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से शामिल हुये थे। इसके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह , रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख भाई मांडविया भी इस बैठक में मौजूद थे।