नई दिल्ली। ‘कैश फॉर क्वैरी’ मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा सदस्य के रूप में निष्कासित कर दिया गया. स्पीकर ओम बिड़ला ने एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए मोइत्रा को लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित करने की घोषणा की इसके पहले कैश फॉर क्वैरी मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लोकसभा के पटल पर रखा गया. इस पर पक्ष-विपक्ष के सांसदों के बीच संक्षिप्त चर्चा के बाद स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह सदन समिति के निष्कर्ष को स्वीकार करता है कि सांसद महुआ मोइत्रा का आचरण एक सांसद के रूप में अनैतिक और अशोभनीय था. इसलिए उनका सांसद के रूप में बने रहना उचित नहीं है. इस कार्रवाई के साथ ही लोकसभा की कार्यवाही 11 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई. लोकसभा द्वारा ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ में एथिक्स कमेटी की सिफारिश को अपनाने के बाद टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने कहा कि मैं 49 साल की हूं, मैं संसद के अंदर, संसद के बाहर अगले 30 वर्षों तक आपसे लड़ूंगी. इससे पहले ‘अनैतिक आचरण’ के लिए महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने के लिए सदन में मतदान के बीच विपक्षी सदस्य लोकसभा से बाहर चले गए.